सनातन को समाप्त करने का विचार देने वाले डीएमके नेता उदयनिधि स्टालिन ने देश की राजनीति को भी प्रभावित कर दिया है। वैसे तो धर्म और राजनीति एक-दूसरे के साथ ही भारतीय लोकतंत्र में चल रहे हैं, लेकिन इस ताजा विवाद ने लोकसभा चुनाव 2024 के लिए एक अलग ही धार्मिक मुद्दे की सफल लांचिंग कर दी है। उदयनिधि के बयान के बहाने भाजपा ने I.N.D.I.A. में शामिल 5 दलों के 6 शीर्ष नेताओं पर सनातन के अपमान का आरोप लगाया है। जिस बिहार की धरती से I.N.D.I.A. के गठन की भूमिका तैयार हुई, उसी राज्य के भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने यह हमला बोला है।
सम्राट ने 6 नेताओं पर साधा निशाना
उदयनिधि के बयान के बाद उसके विरोध को भाजपा ने व्यापक अभियान के तौर पर लिया है। हर भाजपा नेता इस बयान के बहाने सनातन के अखंड होने की बात दुहरा रहा है। भाजपा के बिहार प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने नया नारा देते हुए कहा है कि “सनातन धर्म का अपमान, घमंडिया गठबंधन की पहचान”। इस नारे के साथ छह नेताओं के वीडियो का एक सामूहिक वीडियो भी सम्राट चौधरी ने जारी किया है, जिसमें सभी छह नेता किसी न किसी रूप में सनातन के प्रति अपनी अलग सोच दिखा रहे हैं।
- सम्राट के निशाने पर पहले नंबर पर राहुल गांधी हैं। दरअसल, राहुल गांधी ने एक बार सार्वजनिक मंच से कहा था कि “जो लोग मंदिर में जाते हैं, मत्था टेकते हैं, वही लोग आपको बस में छेड़ते हैं और वही लोग आपको डराते हैं। राहुल गांधी के इस बयान पर पहले भी बवाल हो चुका है।
- अगले नंबर पर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे हैं। कुछ माह पूर्व खड़गे ने एक बयान में कहा था कि “ऐसे मोदी जी को और शक्ति देश में मिलेगी तो फिर इस देश में सनातन धर्म और आरएसएस की हुकूमत आएगी।
- तीसरे नंबर पर डीएमके नेता उदयनिधि स्टालिन हैं, जिनके बयान के बाद पुराने विवादों की पोटली खोली जा रही है। उदयनिधि ने कहा था कि डेंगू, मलेरिया, कोरोना का विरोध नहीं किया जाता, उसे खत्म किया जाता है। इसी प्रकार सनातन का विरोध नहीं करना है, इसे खत्म करना होगा।
- अगला नाम पश्चिम बंगाल की सीएम व तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी का है। ममता बनर्जी के जारी वीडियो में वे किसी सार्वजनिक कार्यक्रम के लिए प्रवेश कर रही हैं। वहां रिसेप्शन के लिए खड़ी महिला ममता बनर्जी को टीका लगाना चाहती है। लेकिन ममता बनर्जी उसे रोक देती हैं।
- इसके बाद बिहार के विवादित शिक्षामंत्री व राजद नेता डॉ. चंद्रशेखर यादव का नाम है। चंद्रशेखर ने कुछ माह पूर्व एक विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह के बाद मीडिया से कहा था कि “मनुस्मृति, रामचरितमानस जैसे ग्रंथ देश और समाज को नफरत में बांटती है।
- अगला नाम समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता स्वामी प्रसाद मौर्य का है। स्वामी प्रसाद मौर्य अक्सर हिंदू धर्म और धर्मग्रंथों के खिलाफ अपने अलग विचारों से सुर्खियां बटोरते रहते हैं। सम्राट चौधरी ने जो वीडियो ट्वीट किया है उसमें स्वामी प्रसाद मौर्य कह रहे हैं कि “हिंदू धर्म नाम की कोई चीज है ही नहीं। हिंदू धर्म केवल धोखा है।”