[Team insider] सरायकेला-खरसावां जिला के चांडिल अनुमंडल क्षेत्र के ईचागढ़ में बीती रात जंगली हाथियों ने जमकर उत्पात मचाया। जहां झुंड से बिछुड़े हाथी ने आधा दर्जन घरों को नुकसान पहुंचाया। वहीं एक घर के चिराग को ही बुझा डाला। बता दें कि इचागढ़ थाना अंतर्गत डुमरा गांव में ढूंढ से बिछड़े एक हाथी ने बीती रात जमकर उत्पात मचाया। इस दौरान हाथी के हमले से घर में पिता के साथ हुई 9 वर्षीय छात्रा रीता सिंह मुंडा की मौके पर ही मौत हो गई, वही पिता कृष्ण सिंह मुंडा गंभीर रूप से घायल हो गए हैं, जिनका इलाज चल रहा है।
50 हजार रुपए का आर्थिक सहयोग किया गया
मृत छात्रा के शव को पुलिस ने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। वहीं वन विभाग की ओर से 50 हजार रुपए का आर्थिक सहयोग किया गया है, बाकी काजी कार्रवाई शुरू कर दी गई है। मामले की जानकारी मिलते ही स्थानीय मुखिया नयन सिंह मुंडा मौके पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि बीती रात हाथी के हमले से डुमरा गांव के कृष्णा सिंह मुंडा, सुखराम सिंह मुंडा, विजय सिंह मुंडा, सितू गांव के कैलाश दास, बुद्धू दास सहित कई घरों को नुकसान हुआ है।
दहशत के साए में जी रहे हैं लोग
मिली जानकारी के अनुसार कैलाश सिंह मुंडा अपनी 9 साल की बेटी के साथ सोए थे। इसी दौरान हाथी ने दीवार पर हमला कर दिया। मिट्टी का दीवार होने के कारण दीवार ढह कर पलंग पर जा गिरा। जिसमें दबकर बच्ची की मौत हो गई। उन्होंने बताया कि हाथियों के आतंक से क्षेत्र के लोग भयभीत हैं। वन विभाग से अविलंब हाथियों को भगाने का प्रबंध किए जाने की मांग की। इस घटना के बाद गांव में मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है। लोग दहशत के साए में जी रहे हैं। लगातार हाथियों द्वारा किसी न किसी गांव को निशाना बनाया जा रहा है।