सरायकेला-खरसावां जिला के ईचागढ़ थाना क्षेत्र में गजराजों का उत्पात लगातार जारी है। गुरुवार को लगातार चौथे दिन हाथियों ने क्षेत्र में उत्पात मचाया। ईचागढ़ थाना क्षेत्र के पिलीद गांव को अपना निशाना बनाया। इस दौरान हाथियों ने जयदेव दास, सुबल दास सहित कई घरों के दरवाजे व दीवारों को तोड़कर घर में रखे चावलों को चट कर गए। बताया जा रहा है कि सुबल दास एवं जयदेव दास अपने परिवार जनों के साथ सोए हुए थे। गनीमत रही कि वे लोग किसी तरह जग गए और भागकर जान बचाई। अगर नही जागते तो बहुत बड़ी घटना घट सकती थी।
स्टेडियम में भी जमकर उत्पात मचाया
वहीं इस दौरान हाथियों ने पिलीद स्टेडियम में भी जमकर उत्पात मचाया और स्टेडियम में तोड़फोड़ करते हुए गेट व दरवाजे खिड़की आदि को नष्ट कर दिया। बता दें कि स्टेडियम में स्थानीय युवक खेल-कूद एवं पढ़ाई की तैयारी करते हैं। स्थानीय नरेश महतो ने बताया कि झुंड में एक बच्चा हाथी अंदर घुसकर बच्चों का चावलों को चट कर गया। उन्होंने कहा कि बच्चा हाथी सीढ़ीयां भी चढ़ रहा था। जहां छत में चढ़े बच्चों ने हल्ला कर किसी तरह भगाया।
ग्रामीण वन विभाग के प्रति आक्रोशित
घटना की सूचना पर मुखिया प्रतिनिधि दयाल सिंह मुण्डा , वार्ड सदस्य दिलीप दास आदि पहुंचकर क्षति का जायजा लिया। वहीं लगातार क्षेत्र में हो रहे हाथियों के आतंक से लोग दहशत में हैं। लोग घरों के अंदर भी असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। वहीं वन विभाग कुंभकर्णी नींद में सोए हुए हैं। 10- 12 हाथियों का झुंड पिलीद आदि जंगलों में डेरा डाले हुए हैं, जो रात होते ही अलग- अलग गुटों मे बंटकर जान- माल की क्षति पहुंचाने मे जुट जाते हैं। रोज- रोज के उत्पात से ग्रामीण वन विभाग के प्रति आक्रोशित हैं।