ज्योति मौर्या की बेवफाई की आग में देश की अनगिनत लड़कियां झुलस गई। कितनों के सपने टूट गए। और कितनों से सपने देखने का हक भी छीन लिया गया। उसकी बेवफाई की आग अभी ठंढ़ी भी नहीं पड़ी थी, कि एक और बेवफाई के किस्से ने सुर्खियां बटोरना शुरु कर दिया है। कुछ दिन अखबार और टीवी चैनल में सुर्खियां बटोरेगी और अनगिनत लड़कियों के सपने तोड़ देगी। घटना वैशाली की है। जहां शादी के 13 साल बाद शिक्षिका अपने पति और बच्चों को छोड़ कर हेडमास्टर के साथ फरार हो गई।
पति ने मजदूरी कर पत्नी को शिक्षिका बनाया
बताया जा रहा है कि महिला का पति मजदूरी करता था, पत्नी की शिक्षिका बनने के सपने को पूरा करने के लिए उसने हर मुमकिन कोशिश कर पत्नी को पढ़ाया, पत्नी ने भी कड़ी मेहनत की और 2022 में शिक्षिका बन गई। शिक्षिका बनते ही उसके तेवर बदलने लगे, और स्कूल के ही हेडमास्टर से नजदीकियां बढ़ने लगी। नजदीकियां इतनी बढ़ गई की पति और अपने दो बच्चों को छोड़कर स्कूल के ही हेडमास्टर के साथ फरार हो गई। जब पति ने हेडमास्टर के खिलाफ शिकायत दर्ज कराया तो उसे केस वापस लेने के लिए जान से मारने की धमकी दी जा रही है। मामला बैशाली जिले के जंदाहा गांव का है।
पीड़ित पति को मिल रही जान से मारने की धमकी
इस मामले में पति का कहना है कि मैंने मेहनत मजदूरी करके उसके सपने पूरे किए। 25 फरवरी 2022 को उसकी पत्नी प्राथमिक विधालय जोरपुरा में शिक्षिका बनी। कुछ वक्त बाद ही वहां के प्रधानाध्यापक समस्तीपुर जिले के हलई ओपी के मरीचा गांव निवासी राहुल कुमारने उसकी पत्नी को बहला-फुसलाकर पति और दोनों बच्चों से उसे अलग कर अपने साथ ले गया। प्रधानाध्यापक होने की वजह से विधालय में अनुपस्थित रखकर फर्जी हस्ताक्षर बनाकर वेतन दिलाया जाता रहा। वहीं दुर्गापूजा के छुट्टी के वक्त प्रधानाध्यापक उसकी पत्नी को वहां से कहीं और ले गया।
जब इस मामले में मैने लिखित शिकायत दी तो प्रधानाध्यापक बीती रात दो अपराधियों के साथ उसके घर पहुंचा, और धमकी देते हुए कहा कि वह केस वापस ले लो और अपनी पत्नी को भूल जाओ। ऐसा नहीं किया तो पूरे परिवार को मार दिया जाएगा। वहीं आवेदन देने के बाद पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।