मिशन 2024 को लेकर भाजपा फुल फॉर्म में आ चुकी है। भाजपा के शीर्ष नेतृत्व की खास नजर बिहार के 40 लोकसभा सीट पर है। पिछले लोकसभा चुनाव में बिहार में एनडीए गठबंधन का प्रदर्शन जबरदस्त था। लेकिन अब स्थितियां बदल चुकी हैं। उस वक्त साथी रही जदयू अब महागठबंधन का हिस्सा बन चुकी हैं। वही बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भाजपा के खिलाफ विपक्षी पार्टियों को एकजुट करने के अथक प्रयास में लगे हुए हैं। इनसब के बीच एक बार फिर से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा बिहार दौरे पर आने वाले हैं।
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ललन सिंह के गढ़ में ललकारेंगे अमित शाह
दरअसल पिछले साल बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने के बाद से ही अमित शाह लगातार बिहार दौरे पर आ रहे हैं। बिहार में 23 जून को विपक्षी एकता वाली बैठक होने वाली हैं। जदयू का दावा है कि इस बैठक में कई विपक्षी दल शामिल होंगे। इसी बैठक को चुनौती देने की तैयारी भाजपा की तरफ से भी कर ली गई है। जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह के संसदीय क्षेत्र में ही उन्हें ललकारने के लिए अमित शाह 29 जून को लखीसराय में रैली करेंगे। बता दें कि ललन सिंह मुंगेर से सांसद हैं। लखीसराय मुंगेर लोकसभा क्षेत्र के अंदर ही आता है।
झंझारपुर में जेपी नड्डा की जनसभा
अमित शाह से पहले जेपी नड्डा भी बिहार दौरे पर आएंगे। विपक्षी एकता वाली बैठक की ठीक अगले दिन 24 जून को जेपी नड्डा झंझारपुर में जनसभा करेंगे।बता दें कि झंझारपुर लोकसभा सीट से फिलहाल जेडीयू के रामप्रित मंडल सांसद हैं। उम्मीद जताई जा रही है कि इस जनसभा में वो विपक्षी एकता वाली बैठक को लेकर जमकर हमला बोलेंगे।