बिहार में सीवान लोकसभा सीट से सांसद रहे बाहुबली मो. शहाबुद्दीन की मौ’त को दो साल का वक्त बीत चुका है। 1 मई 2021 को शहाबुद्दीन की मौ’त दिल्ली के तिहाड़ जेल में सजा काटते हुए हो गई थी। जब तक शहाबुद्दीन जिंदा रहा, तब तक उसके खौफ के कई किस्से सुर्खियों में रहे। लेकिन अब उसकी मौ’त के बाद भी गुंडागर्दी के आरोप उसी पर लग रहे हैं। मामला मोतिहारी का है, जहां फायरिंग की गई है। इस फायरिंग में किसी को गोली लगी नहीं है। लेकिन जब पुलिस ने मामले की जांच शुरू की तो एक पक्ष ने यह बताया कि फायरिंग शहाबुद्दीन के गुंडों ने की है।
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शहाबुद्दीन के बेटी की ससुराल से जुड़ा है मामला
दरअसल, मोतिहारी के रानीकोठी में मो. शहाबुद्दीन की बेटी का विवाह हुआ है। यहां उसके ससुर और ससुर के भाई के बीच संपत्ति का विवाद है। विवाद पहले से है जो अभी खतरनाक रूप ले रहा है। इस विवाद के कारण ही पत्थरबाजी और फायरिंग हुई है। फायरिंग भी इतनी हुई कि आसपास दहशत फैल गई है। कई गाड़ियों को क्षतिग्रस्त भी किया गया है। कई दूसरे सामान भी तहस नहस किए गए हैं। अब इस मामले में एक पक्ष इम्तियाज अहमद का कहना है कि फायरिंग और मारपीट का पूरा खेल शहाबुद्दीन के गुंडों का है, जो उसके भतीजे के ससुर हैं। इम्तियाज ने अपने भाई इफ्तिखार पर आरोप लगाया है कि उसी शहाबुद्दीन के गुंडों को बुलाकर फायरिंग करवाई है।
छह राउंड फायरिंग की पुष्टि
वैसे तो इस मामले में आरोप हैं कि कई राउंड फायरिंग हुई है, लेकिन पुलिस छह राउंड फायरिंग की ही पुष्टि कर रही है। इम्तियाज के मुताबिक वह अपने हिस्से की जमीन पर मार्केट का काम करा रहे थे, जिसका उसके भाई इफ्तिखार ने विरोध किया। इसी के बाद बात बढ़ने लगी है और इफ्तिखार ने शहाबुद्दीन के गुंडों को बुलाकर फायरिंग करवाई।