मजदूरी कराने के नाम पर बिहार से मजदूरों को तमिलनाडु ले जाकर बंधक बनाने वालें 9 लोग गिरफ्तार कर लिए गए है साथ ही 6 मजदूरों को भी मुक्त करा लिया गया है। जिनका इलाज चेन्नई के सरकारी अस्पताल में किया जा रहा है। इन मजदूरों के परिवार से 1 लाख 20 हजार रुपए वसूले गए है। सभी मजदूर जहांनाबाद के नगर थाना के महवदा गांव के बताए जा रहे है। वहीं किडनैपिंग गैंग का सरगना बिहार के पटना का रहने वाला है।
के के पाठक के खिलाफ HC पहुंचे कोचिंग संचालक, निर्देशों को रद्द करने की मांग की
किडनैप कर परिवार से वसूले गए थे 1 लाख 20 हजार
बताया जा रहा है बिहार के 6 मजदूर मजदूरी करने तमिलनाडु गए थे 14 सितंबर को वह ईरोड जिला पहुंचे जहां सभी आरोपी ने उन्हें मजदूर को इरोड उत्तरी थाना अंतर्गत किसी अज्ञात जगह ले गए जहां सभी को बंधक बना दिया गया, और सभी बंधकों से ऑनलाइन 1 लाख 20 हजार रुपए खाते में मंगवाकर उनका फोन छीनकर लिया गया। लापता युवकों में एक के परिजन मुकेश कुमार ने एसपी को दिए गए आवेदन में बताया कि छह लड़कों में अशोक का फोन शुक्रवार को आया था और कहा कि उन सभी छह को बंधक बना लिया गया है। उनकी पिटाई की जा रही है। पैसे नहीं देने पर जान से मारने की धमकी भी दी जा रही है। मामला प्रकाश में आने के बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए पटना के मोती लाल को गिरफ्तार कर लिया है जो ने एरोड स्टेशन के पास से ऊक्त छह मजदूरों को ले गया था और फिर उन्हें बंधक बना लिया था पुलिस की कार्रवाई में मोतीलाल की निशानदेही पर नौ आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया, वहीं छह मजदूरों को मुक्त करा लिया गया है।
आपको बताते चलें कि, इस मामले के सामने आने के बाद इस संबंध में एसपी ने आवश्यक कार्रवाई का भरोसा दिलाया था। जिसके बाद कार्रवाई करते हुए उन्हें मुक्त करा लिया है। उन मजदूरों महबदा (सुरंगापुर) गांव के विजय यादव के पुत्र जितेंद्र कुमार, राम इकबाल यादव का पुत्र विनय कुमार, रमेश यादव का पुत्र चितरंजन कुमार, स्वर्गीय बालेश्वर यादव का पुत्र अशोक कुमार, हरे राम यादव का पुत्र वाल्मीकि कुमार और स्वर्गीय किशोरी महतो का पुत्र पवन कुमार शामिल है।