RANCHI : झारखंड विधानसभा के मॉनसून सत्र का दूसरा दिन भी हंगामेदार रहा। विपक्ष ने मणिपुर की घटना को लेकर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस दौरान दिन वित्त मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव ने वित्तीय वर्ष 2023- 24 के लिए 11हजार 988 करोड़ का पहला अनुपूरक बजट पेश किया। इसके बाद स्पीकर ने सदन को मंगलवार तक के लिए स्थगित कर दिया। विधानसभा में मंगलवार से अनुपूरक बजट पर चर्चा होगी। इस बीच भाजपा के विधायकों ने स्थानीय नीति सहित अन्य मुद्दों पर वेल में धरना दिया। हंगामे के बीच शून्यकाल और ध्यानाकर्षण की सूचनाएं ली गईं।
हंगामे से शुरू हुआ सत्र
झारखंड विधानसभा के मॉनसून सत्र के दूसरे दिन की शुरूआत हंगामे से हुई। कार्रवाई शुरू होते ही बीजेपी विधायक वेल में आ गए और हंगामा करने लगे। प्रदीप यादव ने वित्त विभाग से केंद्र सरकार से राज्य के 35000 करोड़ बकाया राशि और केंद्र प्रायोजित योजनाओं की देय राशि की मांग को दोहराया। उन्होंने पूछा कि केंद्र सरकार से इस राशि की वसूली के लिए कोई ठोस कार्रवाई की गई है या नहीं। इसके जवाब में वित्त मंत्री रामेश्वर रामेश्वर उरांव ने कहा कि केंद्र से बातचीत चल रही है। विधायक विनोद कुमार सिंह ने गृह कार्य और आपदा प्रबंधन विभाग से पूछा कि साल 2022 में महिला अत्याचार से संबंधित 2366 ट्रायल फेल हो गए हैं और 2662 आरोपी बरी हो गए। दुष्कर्म और पॉक्सो में सजा की दर 25% से कम है, साथ ही उन्होंने राज्य के 90% थानों में एक भी महिला दारोगा का पद स्थापित नहीं है, इस मुद्दे को भी उठाया। प्रभारी मंत्री आलमगीर आलम ने इस पर कहा कि नियमानुसार कार्य हो रहा है। इस बीच भाजपा विधायकों के हंगामे के कारण स्पीकर ने सदन को 12:00 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया था।