रांची: रांची कांग्रेस कार्यालय में सोमवार को प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया । दरअसल झारखंड प्रदेश कांग्रेस अनुशासन समिति के द्वारा कांग्रेस नेता आलोक कुमार दुबे,लाल किशोरनाथ शाहदेव,डॉ राजेश गुप्ता “छोटू” और साधुशरण गोप को तत्काल प्रभाव से अगले छह वर्षों के लिये झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमिटी के द्वारा पार्टी से निलंबित कर दिया गया है। निलंबित नेताओं ने आरोप लगाते हुए कहा कि निजी तौर पर टारगेट कर कार्रवाई की गई है। इस दौरान उन्होंने कहा कि जो सवाल उठाए गए थे उसमें सुधार कर सकते थे। कांग्रेस संगठन की झारखंड में मजबूती के लिए सवाल उठाए गए थे।
तीसरी पीढ़ी कांग्रेस में
निलंबित नेताओं ने कहा कि उनके द्वारा 45 हजार नए सदस्यों को पार्टी को जोड़ा था। उनके साथ बातचीत कर आगे की रणनीति तैयार की जाएगी। उन्होंने कहा है कि उनकी तीसरी पीढ़ी कांग्रेस में है। अगर कोई यह सोच रहे है कि निलंबन के बाद वह आवाज नहीं उठाएंगे।तो यह उनकी गलतफहमी होगी। उन्होंने कहा कि जब कोरोना काल में सब घर में थे। तब हमने जान की परवाह किए बिना लोगों की सेवा की। उन्होंने कहा कि राजेश ठाकुर के पांच पीढ़ी भी आ जायेंगे। तब भी ही कांग्रेस से नही निकाल पाएंगे। हम जबतक जीवित रहेंगे तब तक कांग्रेसी रहेंगे।
व्यक्तिगत दुश्मनी निभाने का प्लेटफार्म नहीं
उन्होंने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष कई राजनीतिक दलों में रहे है। एक साजिश के तहत झारखंड कांग्रेस के अध्यक्ष भाजपा के इशारे पर कांग्रेस को कमजोर करने का काम कर रहे है। आर पी एन सिंह ने उन्हें कमान सौंपी थी। जिसके लायक वह नहीं है। उन्होंने कहा कि यह व्यक्तिगत दुश्मनी निभाने का प्लेटफार्म नहीं है। यह गलत फैसला लिया गया है।रायपुर में कांग्रेस के अधिवेशन में जाकर राष्ट्रीय अध्यक्ष और राहुल गांधी के सामने अपनी बातों को रखेंगे और धरना देंगे।