BOKARO : बोकारो जिला के गोमिया स्थित बहुराष्ट्रीय कंपनी ओरिका के आवासीय कॉलोनी में कार्यरत निजी सुरक्षा गार्ड नारायण यादव की 23 जुलाई की अहले सुबह संदेहास्पद स्थिति में मौत हो गई। वह गोमिया चौधरी टोला का रहने वाला था। ओरिका कंपनी के आवासीय कॉलोनी की सुरक्षा में वह तैनात था। उसके सहयोगी गार्ड के नहीं रहने के कारण वह शनिवार दिन के दो बजे से ही ड्यूटी कर रहा था। थोड़ी देर के लिए वह घर गया था। इसके बाद वापस दस बजे रात से ड्यूटी में तैनात था। सुबह पांच बजे लोग जब टहलने के लिए निकले तब उसे गिरा हुआ पाया। कॉलोनी में रहने वाले आर्डियर अस्पताल के सीएमओ को बुलाया गया और जांच की गई। उसे तत्काल आर्डियर अस्पताल ले जाया गया। जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। घटना संदेहास्पद लगने के बाद परिजन आक्रोशित हो गए और मुआवजे की मांग करने लगे।
परिजनों ने गेट जाम किया
इस घटना की जानकारी मृतक के परिजनों को दी गई। घटना संदेहास्पद लगने के बाद परिजन आक्रोशित हो गए और मुआवजे की मांग को लेकर शव को कंपनी के मुख्य गेट पर रखकर जाम कर दिया। घटना की सूचना मिलते ही आसपास के सैकड़ों लोग जमा हो गए। गोमिया विधायक डॉ लंबोदर महतो, जिप सदस्य डॉ सुरेंद्र राज, कांग्रेस के प्रखंड अध्यक्ष पंकज पांडे, गोमिया मुखिया बलराम रजक, ससबेडा पश्चिमी पंचायत के मुखिया शांति देवी, पंसस जनक देव यादव सहित कई गणमान्य व्यक्ति भी मौके पर पहुंचे। गोमिया सर्किल इंस्पेक्टर महेश प्रसाद सिंह, आईईएल थाना प्रभारी अभिषेक महतो, गोमिया थाना अवर निरीक्षक संदीप भगत, कथारा ओपी प्रभारी प्रिंस कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और स्थिति को नियंत्रित किया। समाचार लिखे जाने तक जाम लगा हुआ था।