CHATRA : शिक्षा के मंदिर में महापाप कर सहायक शिक्षक द्वारा पूरे शिक्षा जगत को कलंकित करने का सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है। जिनके कंधों पर नौनिहालों और मासूम बच्चों का भविष्य गढ़ उन्हें मुकाम हासिल कराने की जिम्मेवारी होती है उसी ने नाबालिग को बहला फुसलाकर उसका आपत्तिजनक वीडियो बना दिया। इतना ही नहीं उसने वीडियो को वायरल भी कर दिया। जिसके बाद पुलिस ने मामले में तत्परता दिखाते हुए आरोपी शिक्षक को तत्काल गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। मामला चतरा जिले के घोर नक्सल प्रभावित कुंदा थाना क्षेत्र के बोधाडीह गांव का है। ग्रामीण मामले में जेल भेजे गए आरोपी शिक्षक दिनेश पासवान को बर्खास्त करने की मांग पर अड़े हैं।
बहला फुसलाकर कर फंसाया छात्रा को
आरोप है कि गांव में संचालित उत्क्रमित उच्च विद्यालय बौधाडीह के सहायक दिनेश पासवान ने पढ़ाने के बजाय गांव के ही नौवीं कक्षा की छात्रा को पहले बहला-फुसलाकर अपने प्रेम जाल में फंसाया। फिर उसके साथ संबंध बनाते हुए गलत हरकत का वीडियो बना लिया। इतना ही नहीं वीडियो बनाने के बाद आरोपी सहायक शिक्षक ने छात्रा को ब्लैकमेल कर उसके साथ गलत हरकत भी की। इतने में भी जब उसका मन नहीं भरा तो उसने छात्रा का वीडियो सोशल मीडिया में खुद वायरल भी कर दिया। जिसके बाद ग्रामीणों ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल इसकी सूचना कुंदा थाना पुलिस को दी। सूचना मिलते ही थाना प्रभारी कौशल कुमार सिंह ने आरोपी पारा शिक्षक के विरुद्ध पोस्को एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज करते हुए उसे जेल भेज दिया।
शिक्षक को बर्खास्त करने की मांग
मामले में पुलिस की त्वरित कार्रवाई और सख्ती के बावजूद नाबालिग नवमी कक्षा की छात्रा के साथ सहायक शिक्षक के द्वारा नाजायज संबंध का मामला शांत होने के बजाय और भी तूल पकड़ता जा रहा है। मामले में ग्रामीण जेल भेजे गए आरोपी सहायक शिक्षक को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त करने की मांग पर अड़े हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि आरोपी सहायक शिक्षक ने पूर्व में भी गांव की दो बेटियों के साथ बहला-फुसलाकर नाजायज संबंध बनाया था। जिसके बाद दोनों बच्चियां प्रेगनेंट हो गई थी। गांव में पंचायत बुलाकर आरोपी सहायक शिक्षक को सामाजिक तौर पर दंडित भी किया गया था। साथ ही आनन-फानन में दोनों बच्चियों की शादी की गई। लेकिन जब उनके ससुराल वालों को मामले का पता चला तो उन लोगों ने दोनों बच्चियों को छोड़ दिया। जिसके बाद किसी तरह मामले में समझौता कर बच्चियों को फिर से ससुराल विदा किया गया है। ग्रामीणों ने साफ शब्दों में चेतावनी दी है कि अगर आरोपी सहायक शिक्षक को बर्खाश्त नहीं किया गया तो गांव की बच्चियों को स्कूल नहीं भेजा जाएगा।
कठोर कार्रवाई की बात कही
हालांकि इस पूरे संगीन मामले से जब जिला शिक्षा अधीक्षक को अवगत कराया गया तो उन्होंने कैमरे पर कुछ कहने से इंकार करते हुए मामले में जांच कर दोषी सहायक शिक्षक के विरुद्ध कठोर कार्रवाई करने की बात जरूर कही। उन्होंने कहा कि मामला नाबालिग छात्रा से जुड़ा हुआ है इसलिए इसमें बयान देने से बेहतर होगा कि जांच कर दोषी के विरुद्ध सीधी कार्रवाई की जाए।