आज रक्षाबंधन की छुट्टी रद्द होने के कारण पूरे बिहार में सभी शिक्षकों और विशेषकर शिक्षिकाओं में भारी आक्रोश देखने को मिला। पूरे बिहार के अधिकांश विद्यालयों में बच्चे नहीं आए और विरोध स्वरूप शिक्षकों ने भी एमडीएम रिपोर्ट में बच्चों की शून्य उपस्थिति दर्ज कराई। संघ के प्रदेश अध्यक्ष अमित विक्रम ने कहा कि अगर छुट्टियां रद्द करने का आदेश वापस नहीं लिया गया तो शिक्षक आगे भी आंदोलन करते रहेंगे। 3 सितंबर को बिहार शिक्षक संघर्ष मोर्चा की बैठक पटना में आहूत की गई। इस बैठक में बिहार के सभी शिक्षक संघ शामिल होंगे और आगे के आंदोलन की रूपरेखा तय की जाएगी।
शिक्षकों ने राखी की जगह हाथ में काली पट्टी बांधी
रक्षाबंधन के दिन शिक्षकों की छुट्टी रद्द किए जाने फरमान के विरोध में बिहार के कई स्कूल के शिक्षकों ने राखी की जगह हाथ में काली पट्टी बांधी। सरकार के इस फरमान को लेकर शिक्षकों में खासा आक्रोश देखने को मिला। शिक्षकों ने नीतीश सरकार को तानाशाह बताते हुए कहा कि ऐसा कभी नहीं हुआ था। अपने कार्यकाल में यह पहली बार देखने को मिला कि हम रक्षा बंधन के दिन भी पढ़ाने के लिए स्कूल आए हैं। शिक्षकों का कहना था कि पठन-पाठन में बिहार सरकार के द्वारा बहुत अच्छा काम किया जा रहा है। हम समर्थन करते हैं, लेकिन पर्व त्यौहार में शिक्षकों की छुट्टियों को रद्द कर देना कही से उचित नहीं है। हम लोग स्कूल आए हैं काम कर रहे हैं लेकिन काली पट्टी बांधकर सांकेतिक विरोध भी जता रहे हैं।