बिहार के औरंगाबाद स्थित रफीगंज शहर के हाजीपुर मोहल्ले के निवासी और वैशाली के थानेदार संजय कुमार (Sanjay Kumar) के पैतृक घर पर आर्थिक अपराध इकाई की टीम ने करीबन 4 घंटे से अधिक समय तक छापामारी की। वहीं इस छापेमारी के दौरान टीम के अधिकारों ने बताया कि कोर्ट के आदेश के अनुसार ही यह सर्च अभियान चलाया जा रहा है।
रफीगंज में है पैतृक आवास
हालांकि वैशाली के थानेदार संजय कुमार के चाचा रामप्रवेश सिंह ने बताया कि संजय कुमार पटना के रूसुलपुर में फ्लैट लेकर रहते हैं। साथ ही उन्होंने बताया कि रफीगंज में संजय कुमार का पैतृक आवास है मगर वो वहां नहीं रहते। जब टीम ने थानेदार के बारे में पूछताछ की तब रफीगंज में उनके नाम पर केवल एक बाइक पाया गया। जिसे आर्थिक अपराध इकाई की टीम को संजय पर शक हुआ। तब टीम ने वैशाली के थानेदार संजय कुमार के बारे में और पता लगाया जिससे उन्हें पता चला की थानेदार शराब कारोबारियों से सबंध रखते है।
शराब धंधेबाजों के साथ मिल कर बढ़ाई संपति
वहीं संजय कुमार के खिलाफ यह आरोप भी है कि उन्होंने शराब धंधेबाजों के साथ मिलकर गलत ढंग से संपत्ति अर्जित की है। हालांकि इस मामले में आर्थिक अपराध इकाई टीम ने शुरुआती जांच कर ली है और मामला दर्ज कर लिया है। वहीं मामला दर्ज होने के बाद रविवार को आर्थिक अपराध इकाई की टीमों ने थानेदार संजय कुमार के अलग अलग ठिकानों पर सर्च अभियान चलाया है।
मीडिया के सवालों पर चुप्पी
बता दें कि संजय कुमार वैशाली के थानेदार हैं और उनके पटना के आवास पर आर्थिक अपराध इकाई की टीम सुबह से छापेमारी कर रही है। साथ में उनके पैतृक आवास औरंगाबाद के रफीगंज में भी आर्थिक अपराध इकाई की टीम सर्च अभियान चला सुराग जमा करने में लगी हुई है। हालांकि वैशाली थानेदार के कार्यालय और उनके आवासीय परिसर पर भी टीम ने अपनी नजर बनायी हुई है। बता दें कि इस छापेमारी के बाद संजय कुमार के आवास से प्राप्त हुए दस्तावेज को लेकर आर्थिक अपराध इकाई की टीम अपने साथ लेकर पटना के लिए रवाना हो चुकी है। हालांकि मीडिया के सवालों पर टीम कुछ भी कहने से बच रही है।
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