जमशेदपुर के परसुडीह में पुजारी सुबोध पांडेय की हत्या उसकी प्रेमिका शारदा तिवारी ने ही की थी। बुधवार को पुलिस ने इसका खुलासा किया है। हत्या के बाद वह सुबोध के शव को कमरे में बंद कर फरार हो गई थी। बाद में पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर पूछताछ की तो उसने हत्या की बात कबूल ली। जानकारी देते हुए थाना प्रभारी राम कुमार वर्मा ने बताया कि सुबोध की हत्या 2 मार्च को ही कर दी गई थी। बाद में 6 मार्च को शव बरामद किया गया था। अनुसंधान के क्रम में प्रेमिका शारदा को गिरफ्तार किया गया था।
शराब पिला बनाया था शारीरिक संबंध
थाना प्रभारी ने बताया कि शारदा के तीन बच्चे है। वहीं सुबोध के भी दो बेटा और दो बेटी है। दोनो बीते एक साल से रिलेशनशिप में थे। इसी बीच दोनो बारीगोड़ा में सुबोध सिन्हा के घर पर किराए के मकान में रह रहे थे। दोनो ने खुद को पति पत्नी बताया था। दो मार्च को शराब पीने के बाद दोनो ने शारीरिक संबंध बनाया, जिसके बाद विवाद शुरू हो गया। दोनो के बीच हाथापाई भी हुई। इसी दौरान सुबोध ने फांसी लगाकर आत्महत्या करने की बात कही और दुपट्टे के सहारे फंदे से लटक रहा था। इसी बीच शारदा ने भी गुस्से में आकर सुबोध को धक्का दे दिया जिससे वह फंदे से लटक गया। इतना ही नहीं शारदा ने सुबोध का गला भी दबा दिया। इसे आत्महत्या का रूप देने की कोशिश की।
पुजारी ने जमीन और गहने बेचवा दिए
शारदा ने बताया कि पुजारी ने एक साल साथ रहने के दौरान उसकी जमीन और गहने बेचवा दिए थे। इसी बात को लेकर अक्सर झगड़ा होता रहता थाm जब भी पुजारी से पैसे वापस मांगती थी तब वह मारपीट करने लगता। इन्ही सब कारणों से उसकी हत्या कर दी थी। वहीं
सुबोध के बेटे ने हत्या के बाद शारदा पर शक के आधार पर प्राथमिकी दर्ज कराई थी।