BOKARO : पूरे देश में आज नफरत की बीज बोई जा रही है, इसकी झलक कहीं ना कहीं दिख जाती है, लेकिन उन नफरत फ़ैलाने वाले लोगो को सौहार्द वातावरण कायम कर नफरत को मिटाने का पैगाम बोकारो जिले के आलोक सेवा समिति ने गंगा-जमुना तहजीब के द्वारा मां अंबे की पूजा अर्चना कर पूरे देश को संदेश देने का काम किया है।
बोकारो के सेक्टर-9 आलोक सेवा समिति के मैदान में बने पंडाल जहां हिंदू-मुस्लिम मिलकर कर मां दुर्गा की आराधना रहे हैं। इस आयोजन समिति में हिंदू-मुस्लिम में के युवाओं के द्वारा भव्य पूजा कराया जा रहा है, वहीं, देश की आधी आबादी भी इस आयोजन समिति में सदस्य है।
बोकारो में इस नवरात्र में गंगा जमुना की तस्वीर देखने को मिल रही है, जहां बोकारो का एक ऐसा पंडाल जिसे हिंदू-मुस्लिम की एकता का परिचय के साथ आपसी सौहार्द के वातावरण के तहत मिसाल पेश कर रहा है। गंगा-जमुना तहजीब के तहत मां शक्ति की उपासना की जा रही है आयोजक द्वारा इस तरह का प्रयास पहली बार किया गया है और यह हर साल जारी रहेगा ऐसा आयोजकों का कहना है। हिंदू-मुस्लिम विस्थापित एकता मंच की माने तो इस तरह के आयोजन से जहां आपसी भाईचारे और सौहार्द में बढ़ोतरी होती है और पुराने जमाने में इसी तरह के आपसी भाईचारा के तहत हर पर्व और त्योहार आपस में मिलजुल कर मनाया जाता था लेकिन पिछले कुछ दिनों से जिस तरीके से आपस में कटुता बढ़ी है। ऐसे में स्वच्छ समाज के लिए कतई ठीक नहीं मानी जाएगी।
यह वैसे ग्रामीण हैं जो बोकारो स्टील प्लांट बनने के समय विस्थापित हुए थे। इस मंच के माध्यम से यह संदेश देने की कोशिश भी है की कोई पर्व और त्योहार किसी एक का नहीं होता है, बल्कि यह पूरे समाज का होता है। ऐसे में गंगा-जमुना की है तहजीब आने वाले वक्त में कई और मिसाल पेश करेंगे जब दोनों के आपसी त्यौहार को हरसो उल्लास से मनाया जायेगा।
आयोजकों को की माने तो पिछले कुछ दिनों से दोनों संप्रदायों के बीच कटुता बढ़ी है और दोनो और से बयानबाजी के जरिए आपसी सौहार्द भी बिगड़ रहा है। ऐसे मैं जरूरत है कि आपसी मनमुटाव को भुलाकर पुराने जमाने की तरह हिंदू-मुस्लिम एक होकर रहे और एकता का मिसाल पेश करें। उन्होंने कहा कि इसी उद्देश्य के तहत इस पूजा पंडाल का निर्माण किया गया है ताकि लोगों में एक संदेश जाए।
देश की आधी आबादी का भी इस मंच ने ख्याल रखा है और महिलाओं को भी समिति में भागीदारी दी गई है। महिला समिति के सदस्य का कहना है कि आज देश में महिलाओं के लिए 33% रिजर्वेशन की बात हो रही है वही बोकारो में भी इस पूजा समिति ने महिलाओं को स्थान दिया है। वहीं, धनबाद के सांसद ने भी इसकी सराहना करते हुए कहा कि बोकारो के सेक्टर-9 के गायत्री मंदिर मैदान का यह पंडाल हिंदू मुस्लिम एकता का परिचय दे रहा है और अपने आप में एक मिसाल है।