जमशेदपुर में सैरात की जमीन पर बने साकची, बिष्टुपुर समेत 10 बाजारों को टाटा स्टील से लेने के बाद जेएनएसी ने पहली बार साकची के दुकानों का बिल भेजा तो दुकानदारों के होश उड़ गये । जिस दुकान का किराया महज 25 से 100 रुपए था, वहीं मई में उसका किराया 700 गुणा बढ़कर 16 हजार से अधिक हो गया है। जैसे ही दुकानदारों को जेएनएनसी का भेजा बिल मिला, व्यापारी संगठन सक्रिय हो गए और तत्काल जेएनएससी के बढ़े हुए बिल का विरोध की घोषणा भी कर दी। वही साकची बाजार मे दुकानदार बैठक कर, आंदोलन की रूप रेखा तैयार कर रहे हैं ।
व्यापारी रेंट को लेकर करेंगे विरोध प्रर्दशन
जेएनएसी ने साकची बाजार के सभी दुकानदारों से मई माह से किराया वसूलना शुरू कर दिया है। पहले चरण में जेएनएसी की टीम ने टाटा स्टील द्वारा बनाई गई दुकानों के किराए का बिल दुकानदारों को थमाया। किराए में 700 गुना की बढ़ोतरी की गई है। बिल मिलते ही साकची बाजार के दुकानदारों में हड़कंप मच गया है। इसके विरोध में व्यापारियों ने बैठक शुरू कर दी है।
120 वर्गफीट की दुकानों का मासिक किराया 24 रुपए था
दुकानदारों ने बताया कि 120 वर्गफीट की दुकानों का मासिक किराया 24 रुपए था। मगर जेएनएसी ने अब 16048 रुपए मासिक बिल भेजा है। इसी तरह जिन दुकानों का भाड़ा पहले 250 रुपए था, वह अब बढ़कर 50 हजार रुपए तक कर दिया गया है। यह बढ़ोतरी जिला प्रशासन ने 14 मई 2022 से लागू किया है। रेंट की मंजूरी धालभूम एसडीओ संदीप कुमार मीणा ने दी है ।
साकची बाजार में चार तरह की दुकानें हैं
1. दुकानदारों द्वारा निर्मित
2. टाटा स्टील निर्मित
3. लीज प्रावधान के तहत आवंटित जगह
4. डेली मार्केट वाली दुकानें।
फिलहाल जेएनएसी ने कंपनी निर्मित दुकानों को बिल भेजा है। वही किराए के लिए 15 जून तक का समय दिया गया है। जिसके बाद दुकानदार विरोध प्रदर्शन के लिए एकजुट होने लगे हैं। वही दिनभर साकची बाजार में दुकानदारों के बैठकों का दौर चलता रहा।