पटना के कैपिटल धोबीघाट संघ के महासचिव रामविलास प्रसाद(Ram Vilas Prasad) का कहना है कि पटना में धोबी लंबे समय से धोबीघाट के रेनोवेशन की मांग कर रहे हैं। हालांकि दुःख की बात यह है की सरकार इसपर ध्यान नहीं दे रही है। मिली जानकारी के अनुसार पटना नगर निगम की 25वीं सशक्त समिति की बैठक 24 अगस्त 2018 को हुई थी। जिसमें निर्णय लिया गया था कि पटना के 6 धोबीघाटों का रेनोवेशन कराया जाएगा। जिसका टेंडर भी निकाला गया था। 6 धोबी घाटों का आवंटन भी कर दिया गया था। इसे अब 3 साल बीत चुके है जिसके बावजूद अब तक एक भी घाट का रेनोवेशन नहीं हो सका।
मांगे पूरी ना होने पर करेंगे प्रदर्शन
बिहार में जहां शिक्षक, छात्र, सफाईकर्मी और डॉक्टर हड़ताल पर जाते थे, अब वहां सरकार से अपनी जायज मांगे मनवाने के लिए पटना के धोबी भी आंधोलन करेंगे। इस हड़ताल से सबसे ज्यादा नुकसान नेताओं को ही होगा क्योंकि धोबियों ने नेताओं के कपड़े धोने का बहिष्कार कर दिया है। बता दें कि पटना के धोबियों ने 1 मार्च से किसी भी नेता या विधायक के कपड़े नहीं धोने की घोषणा की है। साथ ही उन्होंने मांग करते हुए कहा है कि सभी धोबीघाटों का जीर्णोद्धार किया जाए। अगर ऐसा नहीं हुआ तो वह सड़कों पर प्रदर्शन करेंगे।