BOKARO : बोकारो स्टील के सेक्टर-12E स्थित एक आवास के ब्लॉक की सीढ़ी अहले सुबह लगभग साढ़े चार बजे भरभरा कर गिर गई। इसके बाद इस ब्लॉक में रहने वाले लोग दहशत के बीच सुबह होने का इंतजार करते रहे। इसकी सूचना बोकारो स्टील प्रबंधन को दी गई, उसके बाद बोकारो स्टील की फायर ब्रिगेड और CISF की टीम मौके पर पहुंची और इस ब्लॉक के आवास संख्या 1018 से 1024 में रहने वाले 21 लोगों को रेस्क्यू कर बाहर निकाला गया।
सेक्टर-12 के सभी आवासों की स्थिति जर्जर
बोकारो स्टील के सेक्टर-12 के सभी आवासों की स्थिति पूरी तरह से जर्जर हो चुकी है। जिस कारण आए दिन इस तरह की घटना सामने आ रही है। बावजूद इसके बोकारो स्टील प्रबंधन इस पर कोई ठोस पहल नहीं कर रहा है। दहशत के बीच घर में रहने वाली महिला चैताली आचार्य ने बताया कि लगभग साढ़े ग्यारह बजे ब्लॉक के छज्जा के गिरने का आवाज सुनाई दिया। उसके बाद पहले सुबह जोर का आवाज हुआ और सीढ़ी और पानी टंकी पूरी तरह से भरभरा कर गिर गया। महिला ने बताया कि लगा कि हमारे आवास का छत ही अब गिर जाएगा। किसी तरह दहशत के बीच सुबह होने का इंतजार करते रहे। महिला ने बताया कि आवास की स्थिति ठीक नहीं है और पूरी तरह से खतरों के बीच हम लोग रहने को मजबूर हैं।
ब्लॉक में फंसे 21 लोगों का किया गया रेस्क्यू
वहीँ रेस्क्यू करने आए CISF के डिप्टी कमांडेंट ने बताया कि ब्लॉक में फंसे 21 लोगों को रेस्क्यू कर लिया गया है। उन्होंने बताया की टंकी से पानी के रिसाव के कारण ब्लॉक पूरी तरह से क्षतिग्रस्त था। उन्होंने बताया कि ब्लॉक काफी क्षतिग्रस्त है ऐसे में फिर से कोई घटना हो सकती है। इस घटना की सूचना मिलने के बाद बोकारो के भाजपा विधायक बिरंचि नारायण मौके पर पहुंचकर स्थानीय लोगों से बातचीत की और मौके का जायजा लिया। बोकारो विधायक बिरंचि नारायण ने बोकारो स्टील प्रबंधन पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि कई बार मीटिंग में जर्जर क्वार्टरों का मुद्दा उठाने के बाद भी बोकारो स्टील की कुंभकरणीय निद्रा नहीं खुली है। यही कारण है कि लोगों की जान को खतरा है और आज एक बड़ी घटना होने से टल गई। उन्होंने कहा कि बोकारो स्टील का काम सिर्फ लोहा बेचकर मुनाफा कमाना नहीं है। लोगों के जान माल की सुरक्षा का भी जिम्मा बोकारो स्टील का है। उन्होंने आरोप लगाया कि बोकारो के 4000 क्वार्टर में अवैध कब्जा है और यह कब्जा बोकारो स्टील के अधिकारियों की मिलीभगत से है।