DHANBAD : धनबाद जेल में बंद शूटर अमन सिंह की गोली मार कर हत्या कर दी गई है। घटना के संबंध में बताया जा रहा है कि जेल में बंद कैदियों के बीच मारपीट हुई। जिसके बाद पगली घंटी बजी। घटना की सूचना मिलते ही डीसी वरुण रंजन, धनबाद एसएसपी संजीव कुमार समेत तमाम आलाधिकारी जेल पहुंचे और घटना की जानकारी ले रहे हैं। बताया जा रहा है कि जेल के अंदर गोली मारने की घटना के बाद आनन-फानन में अन्य कैदियों के बीच हड़कंप मच गया और कैदियों ने तत्काल इसकी सूचना जेल प्रशासन को दी। बताया जा रहा है कि आधे दर्जन से अधिक गोली मारे जाने की वजह से मौके पर ही गैंगस्टर अमन सिंह की मौत हो गई।
बता दें कि महज 24 घंटे पहले यानी शनिवार को ही धनबाद की कोर्ट ने अमन सिंह को कोर्ट ने रिहा करने का आदेश दिया था। कहा जा रहा है कि धनबाद पुलिस अमन सिंह के खिलाफ कोर्ट में चल रहे मामलों में कोई ठोस सबूत प्रस्तुत नहीं कर सकी, जिससे अमन सिंह को कोर्ट ने रिहा करने का आदेश दिया था। ऐसे में जेल से बाहर निकलने से पहले ही उसकी हत्या कर दी गई। प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी शिवम चौरसिया की अदालत ने अमन सिंह को रिहा करने का आदेश दिया था। हालांकि अमन सिंह धनबाद के पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह समेत चार लोगों की हत्या एवं अन्य आपराधिक मामलों में संलिप्त होने के कारण जेल से उनके बाहर निकलना मुमकिन नहीं था।
अमन सिंह की गोली मारकर हत्या किए जाने से धनबाद मंडल कारा प्रशासन सवालों के घेरे में है। आखिर कैसे कड़ी सुरक्षा व्यवस्था होने के बावजूद जेल के अंदर हथियार पहुंच गया और आधे दर्जन से अधिक गोली मारकर गैंगस्टर अमन सिंह की हत्या कर दी गई। इस घटना को लेकर आशंका यह भी जताई जा रही है कि कहीं जेल की सुरक्षा में तैनात किसी सुरक्षाकर्मी की मिलीभगत और उसकी मदद से ही तो गैंगस्टर की हत्या नहीं कर दी गई। पुलिस ने इस मामले में अपनी ओर से जांच शुरू कर दिया है। जांच में जेल में लगे सीसीटीव कैमरे के फुटेज को भी खंगाला जा रहा है। लेकिन सबसे बड़ा सवाल कि हत्यारों को किसकी शह मिली और हत्यारे कौन हैं।
2021 में यूपी एसटीएफ ने किया था गिरफ्तार
धनबाद के पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह हत्याकांड में यूपी एसटीएफ ने मिर्जापुर जेल के बाहर से मई, 2021 में अमन सिंह को गिरफ्तार कर धनबाद पुलिस को सुपुर्द किया था। वहीं धनबाद पुलिस ने अमन सिंह की प्रेमिका सहित दस कुख्यात अपराधियों को बीते जून महीने में गिरफ्तार कर जेल भेजा था। इसके अलावा जून महीने में ही चासनाला में कोयला ट्रांसपोर्टर प्रवीण राय उर्फ पलटू राय की हत्या मामले में भी अमन सिंह का नाम सामने आया था। अमन सिंह का गैंग सिर्फ धनबाद व बोकारो के व्यापारियों से रंगदारी ही नहीं वसूल रहा है, बल्कि सुपारी लेकर लोगों की हत्या की घटनाओं को भी अंजाम दे रहा था।