विपक्षी पार्टियों की बेंगलुरु में हुई बैठक में खुब मंथन के बाद विपक्षी दलों के गठबंधन का नाम तय हो गया। विपक्षी पार्टियों के गठबंधन का नाम ‘INDIA’ (India National Developmental Inclusive Alliance) रखा गया है। इस नाम को रखने पीछे भी विपक्षी नेताओं की सोची-समझी रणनीति है। क्योंकि अब तो भाजपा ये खुल कर भी नहीं कह सकती कि ‘INDIA’ को हराना है वरना विपक्षी उसे देश से जोड़ कर पलटवार करने का हथियार बना लेगा। भाजपा के राष्ट्रवाद वाले मुद्दे को भी इस नाम के जरिए टक्कर देने का प्रयास विपक्षी पार्टियों का है। अब तो इस नाम को लेकर विपक्षी दलों के नेता भाजपा और प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साध रहे हैं। जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने भी एक वीडियो ट्वीट कर हमला बोला है।
कभी NDA में थे ये दल, अब ‘INDIA’ का बन गए हिस्सा
ललन सिंह ने PM मोदी पर कसा तंज
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक विपक्षी दलों के गठबंधन का नाम ‘INDIA’ रखे जाने से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खुश नहीं थे। लेकिन उनकी असहमति को नजरंदाज करते हुए यही नाम तय किया गया। ऐसा भी बताया जा रहा है कि यही कारण नही कि बैठक की बाद हुई विपक्षी दलों की साझा प्रेस कांफ्रेंस में नीतीश कुमार नजर नहीं आए। लेकिन अब उनकी पार्टी भी सहमत नजर आ रही है । जिसका प्रमाण जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह के ट्वीट और बयान से मिल रहा है। ललन सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एक पुराना विडियो ट्वीट किया है। जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक जनसभा को संबोधित करते हुए ‘वोट फॉर इंडिया’ का नारा लगते दिख रहे हैं।
इसी वीडियो के कैप्शन में ललन सिंह लिखा कि “आदरणीय प्रधानमंत्री मोदी जी आपने एनडीए की बैठक बुलाई है जो आपके हताशा और घबराहट का परिचायक है। मैं भी 2017 से 9 अगस्त 2022 तक एनडीए में था और मुझे स्मरण नहीं है कि आपने कभी एनडीए की बैठक बुलाई। शायद 18 जुलाई को बैठक में आपने जितने दलों को बुलाया उनमें अधिकांश को आप पहचानते भी नहीं होंगे? ‘शेर अकेले लड़ता है का आपका कथन टाय टाय फिश हो गया’ अपने पुराने भाषण को याद कीजिए और 2024 का मैदान छोड़ कर INDIA के लिए वोट माँगिए।”