RANCHI : ईडी ने टेंडर कमीशन मामले में ग्रामीण कार्य विभाग के निलंबित चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम के तीन सहयोगियों तारा चंद, नीरज मित्तल और राम प्रकाश भाटिया को गिरफ्तार किया है। ईडी ने तीनों को छह दिन की रिमांड पर लेने के लिए विशेष कोर्ट से आग्रह किया था। कोर्ट ने सोमवार को पांच दिन की रिमांड की मंजूरी दे दी है। अब ईडी पैसे के लेन-देन मामले में उनसे पूछताछ करेगी। इससे पहले ईडी ने कोर्ट को दिए पिटीशन में कहा है कि वीरेंद्र राम की काली कमाई खपाने में तारा चंद, नीरज मित्तल और राम प्रकाश भाटिया सहयोग करते थे। ईडी जानना चाहती है कि कितनी राशि इन लोगों ने बैंकों में जमा कराई। यह राशि कहां से आई।
खुले थे कई फर्जी अकाउंट
ईडी को जांच में जानकारी मिली कि सचिन गुप्ता के नाम पर तीन कंपनियों खाटू श्याम ट्रेडर्स, अनिल कुमार गोविंद राम ट्रेडर्स व ओम ट्रेडर्स के बैंक खाते खुले थे। इन खातों से अब तक 121.83 करोड़ रुपए का ट्रांजैक्शन हुआ है। जब ईडी ने सचिन गुप्ता का पता लगाया तो इस नाम का व्यक्ति नहीं मिला। छानबीन में जानकारी मिली कि सचिन गुप्ता कोई और नहीं, बल्कि तारा चंद है। उसने फर्जी पैन और आधार पर तीनों खाते खुलवाए थे। काली कमाई को खपाने के लिए तारा चंद ने सचिन गुप्ता, तारा चंद और बिट्टो कुमार गर्ग के नाम पर तीन फर्जी आधार व पैन कार्ड बनवा रखा था। वहीं नीरज मित्तल के कहने पर उसने फर्जी बैंक एकाउंट भी खुलवा रखे थे।