देश की सबसे सुरक्षित जेल कहे जाने वाले तिहाड़ जेल बड़ा ही हैरान करने वाला मामला समाने आया था। 2 मई को जेल में बंद कुख्यात गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया की हत्या कर दी गई थी। जेल में भी बंद गोगी गैंग अपराधियों ने बड़ी ही बेहरमी से लोहे की रॉड घोंपकर टिल्लू ताजपुरिया हत्या की थी। अब इस मामले में 80 पुलिस अधिकारियों पर गाज गिरी है। 80 पुलिस अधिकारियों का तबादला कर दिया है। मिली जानकारी के अनुसार इसमें 5 उपाधीक्षक, 9 सहायक अधीक्षक, 8 हेड वार्डन और 50 वार्डन शामिल हैं। बता दें कि इससे पहले 11 मई को भी 99 पुलिस अधिकारियों का तबादला किया गया था।
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2 मई को हुई थी हत्या
टिल्लू ताजपुरिया पर रोहिणी कोर्ट में जितेंद्र गोगी की हत्या करने का आरोप लगा था। इसी मामले में वो तिहाड़ जेल में बंद था। 2 मई को टिल्लू ताजपुरिया की योगेश टुंडा और उसके साथी दीपक तीतर नाम के दो अपराधियों ने लोहे की रॉड से हमला किया। जिसमें टिल्लू ताजपुरिया बुरी तरह से घायल हो गया और फिर उसकी मौत हो गई। ऐसा बतया जा रहा है कि योगेश टुंडा और उसके साथी दीपक तीतर ने जितेंद्र गोगी की हत्या का बदला लेने के लिए टिल्लू ताजपुरिया की हत्या की थी। इस घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल भी हुआ था। जिसमें अपराधी, टिल्लू ताजपुरिया पर पुलिस के सामने ही हमला करते दिख रहे थे। जिसको लेकर जेल प्रशासन पर सवाल खड़े हो रहे थे।
हाईकोर्ट ने भी पूछे थे कई सवाल
टिल्लू ताजपुरिया के हत्या के बाद उसके पिता और भाई ने दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की। याचिका में मामले की छानबीन सीबीआई से कराने के मांग की। कोर्ट में सुनवाई के दौरान जेल प्रशासन पर कई सवाल खड़ा किया। साथ ही हत्या के सीसीटीव फूटेज के वायरल होने को लेकर कई सवाल पूछा था। इसके साथ ही अदालत ने यह भी पूछा कि अधिकारियों को कार्रवाई करने के लिए ऐसी घटनाओं का इंतजार क्यों करना पड़ता है।