टीपीएस कॉलेज, पटना के जंतु विज्ञान विभाग और MSME-DFO पटना, MSME मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा संयुक्त रूप से 5 से 11 अक्टूबर तक चलने वाले प्रबंधन विकास कार्यक्रम के अंतर्गत कराधान ( Taxation) विषय पर प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत की गई है। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्रधानाचार्य प्रो. डॉ. उपेंद्र प्रसाद सिंह ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि यह कार्यक्रम मैनेजमेंट के गुण को विकसित करने और करियर में तेजी से विकास सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक जानकारी प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। कराधान अर्थात (Taxation) के विभिन्न पहलुओं की जानकारी सभी के लिए आवश्यक है, क्योंकि यह देश के आर्थिक विकास से संबंधित है।
चुनौतीपूर्ण कॉर्पोरेट जगत के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम डिज़ाइन
एसजीएसटी पटना के सहायक कमिश्नर अभिनव कुमार झा ने कहा कि यह प्रशिक्षण कार्यक्रम छात्रों के लिए इस तरह से डिज़ाइन किया गया है कि वे तेजी से बदलते और चुनौतीपूर्ण कॉर्पोरेट जगत के अनुरूप अपनी दक्षता और नेतृत्व क्षमताओं को बढ़ाने में सक्षम हो सकें। यह कार्यक्रम सुनिश्चित करता है कि आपके पास एक टीम को प्रभावी ढंग से और कुशलता से विकसित करने, संलग्न करने और नेतृत्व करने के लिए सही कौशल और ज्ञान का विकास हो सके। इसके पूर्व अतिथियों का स्वागत करते हुए MSME-DFO के सहायक निदेशक रविकांत ने कहा कि हमारा यह निरंतर प्रयास है कि औपचारिक शिक्षा के साथ -साथ व्यावहारिक प्रशिक्षण पर आधारित कार्यक्रम किए जाएं जो आगे चलकर करियर निर्माण में सहायक सिद्ध हो सके।
ज्ञान, योग्यता और दृष्टिकोण को उन्नत करने में सक्षम होगा कार्यक्रम
धन्यवाद ज्ञापन करते हुए जंतु विज्ञान विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. ज्योत्स्ना कुमारी ने कहा कि यह कार्यक्रम ज्ञान, योग्यता और दृष्टिकोण को उन्नत करने में सक्षम होगा। कार्यक्रम का संचालन जंतु विज्ञान विभाग की सहायक प्राध्यापक डॉ. सानंदा सिन्हा ने किया। कार्यक्रम के आरंभ में स्वागतगान आशीष, विदिशा भारती, सुरभि, आयुष ने प्रस्तुत किया। इस अवसर पर डॉ. श्यामल किशोर, डॉ. अबु बकर रिजवी, डॉ. नूतन कुमारी, डॉ. विनय भूषण, डॉ. नूपुर कुमारी, दीपक कुमार, विशाल कुमार, अंकिता राज, सौरभ राय, कृष्णा आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम का समन्वयन रविकांत, सहायक निदेशक, एमएसएमई विकास एवं सुविधा कार्यालय, पटना द्वारा किया जा रहा है।