झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 के ठीक पहले आज शुक्रवार को कांग्रेस के पूर्व विधायक उमाशंकर अकेला ने कांग्रेस के प्रभारी पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि ‘कांग्रेस के झारखंड प्रभारी ने उनसे 2 करोड़ रुपए मांगे थे, पैसे नहीं देने पर मेरा टिकट काटा गया और बरही से मेरी जगह पार्टी ने अरुण साहू को अपना उम्मीदवार बनाया।’
उमाशंकर अकेला ने समाजवादी पार्टी का दामन थामने के बाद कांग्रेस पार्टी पर आरोप लगाते हुए कहा कि ‘झारखंड कांग्रेस के प्रभारी गुलाम अहमद मीर और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष केशव महतो कमलेश ने पैसे लेकर टिकट बांटे हैं। मुझसे भी 2 करोड़ रुपए मांगे गए थे, लेकिन मैं पैसे नहीं दे पाया तो कांग्रेस ने मुझे टिकट नहीं दिया। मेरी जगह पार्टी ने किसी और को बरही विधानसभा सीट से उम्मीदवार बना दिया गया। टिकट के बंटवारे में पैसे का खूब खेल हुआ है।’
इधर उमाशंकर अकेला के आरोपों को झारखंड कांग्रेस के प्रवक्ता राकेश कुमार सिन्हा ने गलत बताते हुए कहा है कि ‘चुनाव में जब किसी का टिकट कट जाता है, तो वह इसी तरह की बातें शुरू कर देता है। पार्टी ने एक सर्वे कराया था, जिसमें उनकी हार तय दिख रही थी, इसलिए पार्टी ने उनका टिकट काट दिया गया। इसके अलावा अगर उनसे 2 करोड़ रुपए मांगे थे, तो उन्हें पहले ही यह बात सार्वजनिक करनी चाहिए थी। लेकिन वे अब जब उनका टिकट कट गया, तो वे ऐसा आरोप लगा रहे हैं। पार्टी उमाशंकर अकेला के खिलाफ लीगल एक्शन लेगी और उनसे कहेगी कि वे आरोप को साबित करें।’