राजस्थान के बाद अब बिहार में भी बीएड पास कैंडिडेट्स के प्राइमरी टीचर बनने पर रोक लगा दी गई है। यह फैसला बीपीएससी और शिक्षा विभाग के बीच हुई मंगलवार की बैठक में ली गई है।BPSC द्वारा आयोजित शिक्षक भर्ती परीक्षा में बीएड के कुल 3 लाख 90 हजार उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने परीक्षा दिया था, जिनके रिजल्ट पर अब रोक लगा दी गई है। अब डीएलएड अभ्यर्थी ही प्राइमरी टीचर बन पाएंगे। जिनका रिजल्ट 14 सितंबर को जारी होगा।
सुप्रीम कोर्ट ने बीएड पास कैंडिडेट्स के प्राइमरी टीचर बनने पर लगाई थी रोक
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में राजस्थान हाई कोर्ट के फैसले को बरकरार रखते हुए प्राइमरी टीचर (PRT) के लिए बीएड (B.Ed) की योग्यता को समाप्त कर दिया था। इस फैसले के बाद बीएड डिग्री धारी छात्र प्राइमरी शिक्षक के लिए योग्य नहीं होंगे। केवल बीटीसी (BTC- Basic Training Certificate) या डीएलएड डिग्री वाले छात्र ही कक्षा पांचवीं तक पढ़ाने के लिए पात्र माने जाएंगे। जिसके बाद बिहार प्राइमरी टीचर के लिए शिक्षक भर्ती में बीएड को लेकर बहस जारी थी।
बीएड पास अभ्यर्थी को लेकर हुई बैठक में बीपीएससी और शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारी शामिल हुए थे। इस बैठक में न्यूनतम कितने अंकों पर रिजल्ट जारी किया जाए, इस पॉइंट पर भी चर्चा हुई। बीपीएससी के अध्यक्ष अतुल प्रसाद ने पिछले दिनों मीडिया से कहा था कि कक्षा 9 से 12 तक के कई विषयों में रिक्ति की तुलना में अभ्यर्थियों की संख्या कम है। वहीं कक्षा 9 से 12 तक शिक्षक भर्ती परीक्षा का रिजल्ट 25 सितंबर तक जारी होगा। कक्षा 9 से 12 तक शिक्षक भर्ती परीक्षा में शामिल अभ्यर्थियों के लिए प्रमाण पत्रों की जांच कराने की अंतिम तिथि 12 सितंबर से बढ़ा कर 14 सितंबर तक कर दी गई है। इस संबंध में बीपीएससी के संयुक्त सचिव सह परीक्षा नियंत्रक सत्यप्रकाश शर्मा ने सूचना जारी की।