शादी तो सभी ने बहुत सी देखी होगी, धार्मिक मान्यताओं के आधार पर लोग अलग अलग तरीकों और रिवाजों के साथ शादी करते है। हालांकि बिहार में एक ऐसी शादी हुई है जिसके बारे में ना अपने कभी सुना होगा ना ही कभी जाना होगा। हाजीपुर में RJD नेता के बेटे ने कि देशभक्ति वाली शादी। जो बड़ी तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
बिहार की अनोखी शादी
बिहार के हाजीपुर जिले में एक शादी हुई जिसकी तस्वीरें देख सभी सोचने पर मजबूर हो गए की वहां सेना के किसी समारोह की पार्टी चल रही है।
लोगों को हैरानी हो भी क्यों ना आखिर शादी में सेना के लिए इस्तेमाल होने वाले ब्रास बैंड की धुन जो बज रही थी। साथ ही सेना के कपड़े पहने बैंड वाले ड्रम बजा रहे थे। यहीं नहीं बैंड के कलाकारों वहां कदमताल भी करते दिख रहे थे। वहीं मंच पर सेना की वर्दी पहने दुल्हे राजा भी नजर आ रहे थे। जिसकी वर्दी पर चमकते मैडल सजाए हुए है।
सैनिक रिवाज वाली शादी हुई मशहूर
बता दें कि यह तस्वीर वैशाली जिले के भगवानपुर में हुई एक शादी समारोह का है। यहाँ सैनिक रिवाज से हुई शादी काफी सुर्खिया बटोर रहीं है।
बताया जा रहा है कि भगवानपुर के शिखर गगन जो भारतीय सेना में कैप्टन का पद संभाले हुए है उनकी शादी थी। वहीं कैप्टन शिखर गगन आरजेडी के प्रवक्ता चितरंजन गगन के बेटे बताए जा रहे हैं।दरअसल भारतीय सेना के तरफ से जम्मू में तैनात कैप्टन शिखर गगन ने अपनी शादी को यादगार बनाने का सोचा इसलिए आम रीति रिवाज को छोड़ सैनिक रिवाज से शादी करने का फैसला किया। इसके बाद दुल्हे राजा मंच पर अपनी वर्दी और चमकते मैडल पहनकर खड़े हो गए। वहीं बगल में उनकी दुल्हन भी थी। साथ ही इस नव विवाहित जोड़े को लोग ने खूब बधाईयां दी।
अंग्रेजों के समय से ही चल रहा यह रिवाज
बता दें कि शिखर गगन ने आर्मी कैंट से सेना के बैंड को बुलाया था, जो ब्रास बैंड पर सेना की धुन बजा रहे थे। इस अनोखे ढंग से शादी कर रहे शिखर ने बताया की सेना की नौकरी के कारण अपने गांव से दूर हो गया थे इसलिए उन्होंने गांव में ही शादी करने का निर्णय लिया। वहीं सैनिक रिवाज वाली शादी के बारे में बात करते हुए भारतीय सेना के कर्नल मनमोहन ने बताया की सेना का यह रिवाज अंग्रेजों के समय से ही चल रहा है। अपनी शादियों में ऐसे बैंड के इस्तेमाल के लिए जवानो को एक तय राशि पर सेना का बैंड उपलब्ध कराया जाता है। इस प्रकार से की गई शादियों से पुरे देश के लोगो में सेना के प्रति सम्मान का भाव बढ़ाने में काफी सहायता होती है।