राज्य में चल रहे सियासी संकट के बीच 5 सितंबर को विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया गया। जिसे लेकर UPA विधायकों रविवार को ही शाम तक रायपुर से रांची पहुंचेंगे। हालांकि यह तय हुआ था कि रायपुर से विधायक 5 सितम्बर को ही राजधानी लौटेंगे। वहीं सभी विधायकों को रांची में भी एक ही जगह पर रखा जाएगा। वहीं खबर यह भी है कि इसके लिए स्टेट गेस्ट हाउस और स्टेट सर्किट हाउस में बुकिंग की गई है। कल सभी विधायक विधानसभा के विशेष सत्र में शामिल होंगे। रांची एयरपोर्ट पर इसके लिये आईआरबी जवानों की विशेष तैनाती की जा रही है। राज्य सरकार इस सत्र में अपनी पूरी टीम के साथ शामिल होने के प्रयास में है। कांग्रेस के तीन विधायकों इरफान अंसारी, नमन विक्सल कोंगाड़ी को छोड़ पूरे दलबल के साथ सत्तारूढ़ महागठबंधन सदन में उपस्थिति दर्ज कराने की तैयारी में है।
सदन में पूरी टीम के साथ दिखेगी
इस दिन राज्य सरकार सदन में विश्वास मत साबित करने को अपने विधायकों के साथ सदन में पूरी टीम के साथ दिखेगी। 5 तारीख से पहले तक झारखंड में विधायकों के रहने से संभावित तोड़ फोड़ की आशंका से बचाव को ऐसा प्लान तय किया गया था। गौरतलब है कि 30 अगस्त को यूपीए के 32 विधायक और कांग्रेस कोटे के सभी चार मंत्री विशेष चार्टड प्लेन से रायपुर रवाना हो गए थे। इसमें कांग्रेस के 12 ,जेएमएम के 19 और राजद के एक विधायक भी शामिल थे। साथ ही प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर समेत अन्य लोग भी शामिल थे। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन स्वयं सभी विधायकों को छोड़ने एयरपोर्ट गए थे। इसके बाद एक सितम्बर को हुई कैबिनेट की बैठक में शामिल होने को रायपुर से कांग्रेस कोटे के मंत्री रांची आए थे और उसके बाद वह फिर वापस लौट गए।
राज्यपाल के दिल्ली से नहीं लौटने से असमंजस बरकरार
राज्यपाल रमेश बैस शनिवार को दिल्ली से नहीं लौटे। वे शुक्रवार को दिल्ली गए थे। राजभवन ने बताया था कि वे स्वास्थ्य जांच के लिए गए है। उनके शनिवार को लौटने की संभावना थी। इससे राज्य में ऊहापोह की स्थिति बढ़ गई है। साथ ही विश्वास मत से पहले कोई आदेश जारी होने की संभावना भी कम हो गई है।