SARAIKELA/JAMSHEDPUR : सोमवार को राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने मिशन इंद्रधनुष अभियान के तहत शून्य से लेकर पांच साल आयु वर्ग के बच्चों के लिए टीकाकरण अभियान की शुरुआत की। सरायकेला सदर अस्पताल परिसर में आयोजित कार्यक्रम में अभियान का उद्घाटन करते हुए मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि बच्चों को 11 तरह के जानलेवा बीमारियों से बचाने के लिए टीकाकरण अनिवार्य है। उन्होंने राज्य के सभी अभिभावकों से 0 से लेकर 5 वर्ष तक के बच्चों को टीकाकरण कराने की अपील की, ताकि बच्चों को जानलेवा बीमारियों से बचाया जा सके। इससे पूर्व स्वास्थ्य मंत्री का उपायुक्त रविशंकर शुक्ला ने पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया। वहीं स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने उपायुक्त पर भारोसा जताते हुए कहा कि उनके निर्देशन में जिले के विकास कार्यों को गति मिलेगी। जमशेदपुर एवं दुमका उपायुक्त के तौर पर उनकी कार्यशैली की मंत्री ने सराहना की और कहा उनके अनुभवों का लाभ जिला वासियों को मिलेगा। इस दौरान उप विकास अधिकारी प्रवीण कुमार गागराई, एडीसी सुबोध कुमार, एसडीओ राम कृष्ण कुमार सहित स्वास्थ्य विभाग के कर्मी मौजूद रहे।
सदर अस्पताल में इंद्रधनुष 5.0 की शुरुआत
इंद्रधनुष अभियान भारत सरकार की स्वास्थ्य संबंधी एक ही योजना है। इस योजना के तहत टीकाकरण से वंचित बच्चों को स्वास्थ्य विभाग के प्रयास से टीका दिलवाया जाता है । सदर अस्पताल में इस अभियान की शुरुआत में जिले के सिविल सर्जन जुझार मांझी ने टीकाकरण से वंचित बच्चों को दवा पिलाई। सिविल सर्जन ने बताया कि 592 प्लान के तहत कार्य किया जा रहा है। जिसमें 3700 छूटे लाभार्थी को टीका दिया जाएगा। इस अभियान में पारा कर्मी, सहिया और एएनएम की मुख्य भूमिका है। साथ ही साथ जो लाभार्थी छूट गए हैं उनकी भी महत्वपूर्ण भूमिका मानी जाएगी क्योंकि टीकाकरण ही एक ऐसा जरिया है जिसकी वजह से हम पूर्णरूपेण स्वस्थ रहते है। किसी भी कारणवश अगर कोई भी बच्चा टीकाकरण से वंचित रह गया है तो 100% टीकाकरण सुनिश्चित करवाना ही इस अभियान का मुख्य उद्देश्य है।