[Team Insider]: माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड (Shrine Board) ने एक बयान में कहा कि शनिवार की भगदड़, जिसमें 12 लोग मारे गए थे, तीर्थयात्रियों के दो समूहों के बीच हाथापाई के कारण हुई, बयान में आगे कहा कि 50 हजार की सामान्य क्षमता को देखते हुए केवल 35 हजार तीर्थ यात्रियों को यात्रा के लिए आगे बढ़ने की अनुमति दी गई थी।
भगदड़ की सूचना सुबह मिल गई थी
बोर्ड ने कहा कि उप राज्यपाल मनोज सिन्हा, जो इस बोर्ड के अध्यक्ष भी हैं, उनको सुबह 3 बजे भगदड़ की सूचना प्राप्त हुई थी। सुचना मिलते हीं वह लगातार स्थिति का जायजा ले रहे हैं। एसएमवीडीएसबी ने एक बयान जारी किया है। जिसमें बताया गया कि नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने प्रति दिन यात्रा की सामान्य क्षमता को 50000 तक सीमित कर दिया है।
घायल को सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में स्थानांतरित किया गया
बयान में कहा गया है कि बोर्ड के साथ-साथ रियासी जिला प्रशासन ने विशेष उपचार के लिए घायल लोगों को मेडिकल यूनिट भवन में प्राथमिक उपचार प्रदान करने के बाद, घायल को श्री माता वैष्णो देवी नारायण सुपरस्पेशलिटी अस्पताल, काकरयाल में स्थानांतरित कर दिया गया है।
आपको बता दें कि 1 जनवरी को सुबह करीब 2:15 बजे श्री माता वैष्णो देवी के गेट नम्बर तीन के पास भगदड़ मच गई थी। इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना में कुल 12 तीर्थयात्रियों की जान चली गई और 16 अन्य घायल हो गए थें।