वैश्य महासभा के प्रदेश महासचिव धर्मेंद्र साह के नेतृत्व में वैश्य समाज द्वारा बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी का पुतला दहन किया गया, यह पुतला दहन म्युनिसिपल चौक पर किया गया। धर्मेंद्र साह ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री द्वारा वैश्य समाज/बनिया समाज को तेल में पानी मिलाने वाला बात कह कर इस समाज का बहुत ही अपमान किया गया है। यह समाज मुगल काल से लेकर अंग्रेजों के खिलाफ आजादी की लड़ाई में सक्रिय एवं अग्रणी भूमिका निभाई। इसी समाज के भामाशाह ने मुगलों के खिलाफ महाराणा प्रताप के लिए अपना खजाना खोल दिया था तब महाराणा प्रताप ने फिर से अपना सेना तैयार कर मुगलों को पराजित कर मेवाड़ को आजाद कराया। इस समाज का अपमान घमंडिया गठबंधन के द्वारा किया गया। जिसका पुरजोर विरोध वैश्य समाज करेगा, तथा इसका जवाब आने वाले लोकसभा एवं विधानसभा चुनाव में उनके खिलाफ मतदान से करेगा।
बिहार में राजद के शासनकाल में सबसे ज्यादा प्रताड़ित एवं शोषित वैश्य समाज ही था और आज भी उनके नेता द्वारा इस समाज को अपमानित किया जा रहा है और उनके मन में इस समाज के प्रति कितना घटिया सोच है कल उनके बयान से सभी को मालूम हो गया जिसका प्रतिकूल जबाव आने वाले दोनों चुनाव में उनको मिलेगा। इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से अखिल भारतीय वैश्य महा सम्मेलन के कार्यकारी अध्यक्ष अजय प्रसाद, राजेश फैशन प्रदेश प्रवक्ता विकास कुमार गुप्ता, अजय प्रसाद, दिनेश प्रसाद, राजेश कुमार गुप्ता,विजय कुमार गुप्ता शिवकुमार व्याहुत अशोक कुमार सोनी, सुधाकर प्रसाद, संतोष ब्याहुत, राकेश प्रसाद गुप्ता, रामनरायण साह,मनोज कुमार गुप्ता,राजेश जयसवाल,अरुण कुमार गुप्ता इत्यादि लोग मौजूद थे।
सारण में पहाड़ी बाबा के मठिया से करोड़ो रुपए की भगवान की मूर्ति चोरी