सीनियर आईपीएस अधिकारी शोभा ओहटकर के साथ विवादों में आए विकास वैभव वैधानिक रूप से संकट में हैं। मुख्यमंत्री ने भी उनके ट्वीट पर आपत्ति जताई है। इसके बाद भी विकास वैभाव के हौसले बुलंद हैं। शायद इसी वजह से विभाग की ओर से जारी शो कॉज नोटिस के बाद भी उनका ट्वीटर वार जारी है। लगातार एक बाद एक ट्वीट कर रहे हैं। इसके लिए वे संस्कृत के श्लोक का सहारा ले रहे हैं। एक फिर विकास वैभव ने संस्कृत के श्लोक को पोस्ट करते हुए उसका हिंदी में अर्थ समझाया है।
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लगातार कर रहे संस्कृत में ट्वीट
ट्वीट करते हुई विकास वैभव ने लिखा है कि “सदयं हृदयं यस्य भाषितं सत्यभूषितम। कायं परहितं यस्य कलिस्तस्य करोति किम॥ “अर्थात – “जिसके हृदय में दया है, जिसकी वाणी में सत्य है, जिसके कार्य भी दूसरों के हित के लिए है, उसका काल (मृत्यु) भी क्या कर सकेगा। ऐसे व्यक्ति को मृत्यु का भी भय नहीं होता। ” 11 फरवरी को विकास वैभाव ने संस्कृत में लिखा था “मूर्खस्य पञ्च चिह्नानि गर्वो दुर्वचनं तथा । क्रोधश्च दृढवादश्च परवाक्येष्वनादरः ।।” अर्थात – “एक मूर्ख के पांच लक्षण होते हैं घमण्ड, दुष्ट वार्तालाप, क्रोध, जिद्दी तर्क और अन्य लोगों के लिए सम्मान में कमी।” वही इससे पहले 10 फरवरी को भी विकास वैभव ने सर्प और दुष्ट के बीच अंतर वाले ट्वीट किए थे।
सुशील मोदी आए समर्थन में, युवाओं का भी साथ
विकास वैभव को बीजेपी सांसद सुशील कुमार मोदी का भी साथ मिल रहा है। राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि महागठबंधन की सरकार में काबिल अधिकारी प्रताड़ित किये जा रहे हैं। राजद के साथ जाने के बाद से नीतीश कुमार लगातार पुलिस अधिकारियों का मनोबल तोड़ रहे हैं। सीनियर आईपीएस अफरसों के टकराव सार्वजनिक होना प्रशासन पर मुख्यमंत्री का नियंत्रण समाप्त होने का संकेत है। आगे सुशील मोदी लिखते हैं कि अफसरों को पता है कि उन्हें सोशल मीडिया पर क्या कहना चाहिए और क्या नहीं, लेकिन जब मानसिक दबाव असहनीय हो जाता है तभी कोई सर्विस कोड का उल्लंघन करता है। वहीं विकास वैभव को इस मामले में युवाओं का साथ मिलता दिख रहा है। युवाओं ने उनके समर्थन में ट्वीटर पर हैशटैग शुरू कर दिया है।