बिहार में महागठबंधन की गांठ धीमें-धीमें ही सही ढीली होती हुई दिख रही है। हालांकि जदयू और राजद की तरफ से ये दिखाने की कोशिश हो रही है कि महागठबंधन के सातों दल साथ-साथ हैं। लेकिन महागठबंधन एक घटक दल ऐसा भी है जिसको लेकर खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी संदेह की स्थिति में रहते हैं। खुले मंच से भी वो इस संदेश को प्रकट कर चुके है। वो घटक दल कोई और नहीं बल्कि जीतन राम मांझी की हिन्दुस्तान आवाम मोर्चा है। जीतन राम मांझी ने एक बड़ा दावा किया है। उनका कहना है कि जिस तरफ जाएंगे उस तरफ हमारी जीत होगी। उनकी मांग 5 लोकसभा सीट पर अटक गई हैं, जिसको लेकर काफी समय से महागठबंधन से उनकी नाराजगी चल रही है। जिसे आज उन्होंने जाहिर भी कर दिया है।
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मांझी की मांग
विपक्ष जोड़ों अभियान में जुड़े नीतीश कुमार की महागठबंधन वाली सरकार में नाराजगी देखने को मिल रही है। कुछ दिनों पहले HAM के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष कुमार सुमन ने कहा था कि HAM 5 सीटों पर लोकसभा चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है। वहीं अब जीतन राम मांझी ने भी इस बात को बिलकुल सही ठहराया है साथ ही एक बड़ा दावा भी किया है। उन्होंने कहा कि संतोष सुमन के फैसले पर हम लोग सहमत हैं क्योंकि मगध इलाके में हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा का जनाधार बढ़ा है। दलित के साथ-साथ अन्य तबके से भी हमें समर्थन मिल रहा है। पार्टी के कार्यकर्ता भी चाहते हैं कि लोकसभा चुनाव में हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा 5 सीटों पर चुनाव लड़े। नीतीश कुमार अगर हमारी क्षमता के अनुसार सीट देते हैं तो यह गठबंधन के लिए बहुत ही अच्छा होगा। उन्होंने कहा कि हम जिधर रहेंगे उधर जीतेंगे यह सभी जानते है।
मांझी को मनाने की कोशिश
ऐसा कहा जा रहा है कि अपनी मांग को लेकर ही जीतन राम मांझी महागठबंधन से नाराज चल रहे हैं। कुछ दिनों पहले वो दिल्ली जकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलकात भी की थी। जिसके बाद से मांझी को लेकर कयासों का बाजार और भी ज्यादा गर्म हो गया था। आज नीतीश के मंत्री विजय चौधरी भी जीतन राम मांझी से मिलने गए थे। ऐसा कहा जा रहा कि जीतन राम मांझी की नाराजगी को दूर करने के लिए ही ये मुलाकात हुई है। हालांकि मांझी अभी भी 5 लोकसभा सीट की मांग पर अड़े हुए हैं