पश्चिम बर्दवान (West Burdwan) जिला स्थित पानागढ़ बाजार (Panagarh Market) न्यू स्टेशन रोड निवासी की शिक्षक पुत्री व एमबीबीएस छात्रा ज्योति सिंह (19) यूक्रेन में फंस गई है। रूसी हमले के कारण यूक्रेन में शुरू हुई युद्ध के कारण ज्योति के परिजनों की चिंता बढ़ गयी है। पिता भूषण सिंह का कहना है कि उनकी पुत्री एमबीबीएस की पढ़ाई करने के लिए यूक्रेन गयी है। अगले 26 फरवरी को ही वह लौटने वाली थी। लेकिन अचानक इस युद्ध के शुरू होने से हमारी चिंता बढ़ गयी है। भारतीय दूतावास से आज भी संपर्क की गई है लेकिन अभी तक कुछ स्प्ष्ट पता नही चल पा रहा है।
घर वापसी को लेकर चिंतित
जाहिर की है। ज्योति के परिजन प्रशांत शर्मा ने बताया कि फिलहाल ज्योति कॉलेज के हॉस्टल में ही है। युद्ध शुरू होने से वे लोग आतंकित है। बताया जाता है कि ज्योति के पिता और मां दोनों ही प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक हैं। एक मात्र पुत्री की चिंता से परिजनों की लगातार चिंता बढ़ते जा रही है। ज्योति के जल्द से जल्द पानागढ़ लौटने को लेकर परिजन लगातार यूक्रेन एमबीसी से सम्पर्क कर रहे है। भारत सरकार की ओर से अभी तक कोई सुगबुगाहट नही मिल रही है कि भारत के छात्र छात्राओं को कैसे सुरक्षित अपने देश लाया जाए।
8 छात्र छात्राएं हॉस्टल में फंसे
पिता भूषण सिंह ने बताया कि उनकी बेटी यूक्रेन के पश्चिम दिशा में मौजूद बीएसएमयू स्टेट मेडिकल कॉलेज के फर्स्ट ईयर में पढ़ती है। 3 माह पूर्व ही यानी कि नवंबर में वह यूक्रेन गई थी। ज्योति विशाखापट्टनम श्री चैतन्य विद्यालय से 12वीं पास करने के बाद यूक्रेन एमबीबीएस करने गयी है। सिंह ने बताया कि सुनील शर्मा (एमडी हाउस ) दिल्ली बुकोनिया के मेडिकल कॉलेज में इन्हीं के द्वारा उनकी पुत्री भर्ती हुई है। उन्होंने बताया कि आज शाम को भी उनकी पुत्री ज्योति से उन्होंने बातचीत की। उन्होंने बताया कि उनकी बैच के 8 छात्र छात्राएं हॉस्टल में ही फंस गए हैं। उनकी पुत्री की फ्लाईट 26 फरवरी को आने वाली थी लेकिन फ्लाइट को कैंसिल कर दिया गया है। अभी भी हजारों की संख्या में छात्र छात्राएं क्यूबा और बुकोनिया में फंस गए है।
फ्लाइट कैंसिल
भारतीय स्टूडेंट्स आज का फ्लाइट पकड़ने के लिए आए थे वह फ्लाइट कैंसिल कर दिया गया है। इसके कारण उक्त छात्र छात्राएं यहां आकर क्यूबा में फंस गए हैं। बताया जाता है कि पानागढ़ की एक और छात्रा यूक्रेन में फंस गई है। उक्त छात्रा के पिता झपसी पाल तथा उनके परिवार के लोग भी चिंतित हैं। उनकी भी पुत्री एमबीबीएस करने के लिए यूक्रेन गई थी। पानागढ़ की दो छात्राओं के यूक्रेन में फंस जाने से दोनों ही परिवार के लोग चिंतित हैं।