नियोजन नीति पर घेरा
झारखंड में अब तक नियोजन नीति नहीं बनाए जाने पर जयराम महतो ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के साथ साथ सरकार के श्रम नियोजन मंत्री सह स्थानीय विधायक सत्यानंद भोक्ता को भी आड़े हाथों लिया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जयराम महतो ने कहा कि यदि झारखंड में 1932 के खतियान नाय चलतव तो 2024 में ई पीएम भी नाय चलतव। उन्होंने 2024 में सरकार बदलने का संकल्प उपस्थित लोगों से कराया। उन्होंने कहा कि चतरा के लिए शर्म की बात है कि आजादी के बाद से लेकर अब तक कोई भी स्थानीय सांसद यहां से नहीं बना। यहां की मिट्टी ने वैसा एक भी नेता पैदा नहीं किया जो उनका प्रतिनिधित्व कर सके। उन्होंने उपस्थित लोगों से 2024 के चुनाव में यहां की मिट्टी के किसी बेटे को सांसद चुनने का आह्वान किया।
सरकारें लूटने में जुटी है
जयराम महतो ने कहा कि झारखंडियों को केंद्र व राज्य सरकार एक साथ लूटने का काम कर रही है। विकास योजनाओं के नाम पर केंद्र सरकार ने झारखंड के गरीब, किसान, आदिवासियों का जमीन लूटने का काम किया। वही झारखंड सरकार झारखंडियों की नौकरी बिहार व यूपी वालों के हाथों में बेचने का काम किया। उन्होंने कहा कि वह विकास के विरोधी नहीं है। झारखंड में स्थानीय, नियोजन व विस्थापन नीति लागू कर विकास की योजनाएं चलाएं। बनारस से कोलकाता तक नहीं बल्कि बनारस से कन्याकुमारी तक एक्सप्रेसवे बनाएं। लेकिन विस्थापित होने वाले किसानों को जमीन के बदले जमीन मिलना चाहिए। झारखंड सरकार योजना के नाम पर सोना सोबरन धोती साड़ी योजना चल रही है। सरकार अपना धोती साड़ी अपने पास रखें, झारखंडियों को उनका हक नौकरी दे। झारखंड के लोगों के साथ अन्याय अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। झारखंड के लोग मात्र दो पान गुटका का मूल्य 10 का सहयोग संघर्ष मोर्चा को करें, संघर्ष मोर्चा झारखंड के सभी सांसदों विधायकों को बदलने का काम करेगी। डुमरी का सीट किसी के निधन से खाली हुआ है। अगर भ्रष्टाचार के कारण खाली हुआ होता तो हम वहां निश्चित तौर पर अपनी मजबूत दावेदारी पेश करते। उन्होंने कहा कि हमारा टारगेट 2024 का निष्पक्ष चुनाव है। 2024 के चुनाव में हम पूरे दमखम के साथ मैदान में उतरेंगे।