CHATRA: चतरा जिले के कोयलांचल यानी कि टंडवा प्रखंड क्षेत्र के लरंगा गांव मे सीसीएल प्रबंधन व रैयतों के बीच विवाद लगातार गहराता जा रहा है। पुनर्वास को लेकर आंदोलित रैयतों व ग्रामीणों के साथ सीसीएल के साथ हुई वार्ता विफल हो गई। बैठक में सीसीएल के मगध कोल परियोजना के जीएम नृपेंद्र नाथ ने ग्रामीणों के बीच भूमि अधिग्रहण संबंधी प्रस्ताव रखा।
ग्रामीणों ने भूमि अधिग्रहण संबंधी प्रस्ताव को किया इंकार
इस दौरान ग्रामीणों ने जीएम के भूमि अधिग्रहण संबंधी प्रस्ताव को मानने से साफ-साफ इंकार कर दिया। जीएम ने ग्रामीणों को बताया कि जमीन अधिग्रहीत कर सीसीएल विस्थापित गांव के परिवारों को पुनर्वास कर यहां बसाना चाहती है। पुनर्वास के होने से गांव में स्कूल, हॉस्पिटल, खेल मैदान एवं समुचित पेयजल की व्यवस्था सहित अन्य मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी। जिससे गांव के लोगों को फायदा होगा।
बगैर सहमति बैरंग वापस लौटे अधिकारी
ग्रामीणों ने जीएम के प्रस्ताव का विरोध करते हुए कहा कि सीसीएल प्रबंधन हमारी उपजाऊ जमीन को हमसे छीनना चाहती हैं। इस दौरान ग्रामीणों ने सीसीएल प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए “वापस जाओ नहीं तो जान दे देंगे लेकिन जमीन नहीं देंगे” के नारे लगाए। ग्रामीणों के विरोध के बाद सीसीएल के अधिकारी बगैर सहमति बैरंग वापस लौट गये।