बिहार के पूर्णिया में एक ऐसे बच्चे का जन्म हुआ है, जो बिल्कुल असामान्य है। देखने में एलियन की तरह है। डॉक्टर और नर्स इसे लेकर कह रहे हैं कि यह बच्चा एक खास बीमारी से ग्रसित है जो दो से तीन लाख बच्चों में एक बच्चे ही ऐसे जन्म लेते हैं। इस बच्चे का जन्म जिले अमौर प्रखंड के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में नॉर्मल डिलीवरी से हुआ है। जैसे ही इस बात की जानकारी फैली हजारों लोग उसे देखने पहुंचने लगे। बच्चे की जो स्थिति है बच्चों का रंग बिल्कुल साफ उजाला है। शरीर के चमड़े कई जगह से फटे हुए हैं और आंख बड़े-बड़े हैं। मुंह भी अन्य बच्चों की अपेक्षा बड़ा है।
निकाल रहा अजीब आवाजें
स्वास्थ्य केंद्र की नर्स अभिलाषा ने बताया 2 सितंबर शनिवार को चौका गांव के रहनेवाले अशफाक अपनी पत्नी रुबेदा को लेकर अस्पताल में आए। रात्रि के 1:30 बजे बच्चे का जन्म हुआ। बच्चे का जन्म होते ही सभी लोग डर गए। बच्चे के मुंह से अजब तरह की आवाज़ भी निकल रही थी। बच्चे की स्थिति नाजुक देखते हुए डॉक्टरों ने उसे रेफर कर दिया। इस मामले में सिविल सर्जन डॉक्टर अभय प्रकाश चौधरी ने कहा कि यह कंजेटाईनल एनोमौली नामक बीमारी है। उधर बच्चों के पिता अशफाक और उनके घर वाले परेशान हैं कि बच्चे का ईलाज कैसे कराएं। हम लोग तो गरीब हैं। घर का गुजारा भी बहुत मुश्किल से हो पता है । हम लोगों को समझ में नहीं आ रहा है कि हम लोग अब क्या करे।
परिजनों को डॉक्टरों ने दी ये जानकारी
डॉक्टरों ने बताया कि बच्चे के परिजनों को बता दिया गया है कि वह दुर्लभ बीमारी से ग्रसित है। वह ज्यादा दिन जिंदा नहीं रहेगा। चूंकि, बच्चा तीन दिन बाद भी जिंदा है, इसिलए डॉक्टर उसकी और गहराई से जांच कर रहे हैं। डॉक्टरों ने उसकी स्किन बायोप्सी और केरिया टाइमिन जांच के लिए सैंपल लिया है। पूरी दुनिया में ऐसे अब तक करीब ढाई सौ मामले ही सामने आए हैं। अक्सर जन्म के दौरान या कुछ घंटों बाद ही बच्चे की मौत हो जाती है। कुछ बच्चे पांच से सात दिन भी जीवित रह जाते हैं।