इन दिनों युवाओं में ऑनलाइन गेमिंग की लत तेजी से बढ़ती जा रही है। गांव हो या फिर शहर, हर जगह के युवा इसकी गिरफ्त में आ रहे हैं। शुरू में बिना मेहनत पैसे की कमाई हो जाती है, और धीरे-धीरे समय के साथ युवा ऑनलाइन गेमिंग की दलदल में धंसते चले जाते हैं। जहां से निकलना उनके लिए नामुमकिन हो जाता है। अंत में उन्हें बर्बादी के सिवा कुछ नहीं मिलता है। ऐसे ही एक मामले का खुलासा छपरा पुलिस ने किया है। बीते 25 अक्टूबर को मुफस्सिल थाना में मखदुमगंज के हरेंद्र राय के पुत्र सुजीत कुमार के अपहरण की प्राथमिक दर्ज कराई गई। प्राथमिकी दर्ज होने के पुलिस ने इसकी जांच शुरू की।
जांच के क्रम में मुफ्फसील थाना पुलिस ने फिरौती के रूप में वसूले गए1.10 लाख रुपए के साथ सुजीत को मुजफ्फरपुर रेलवे स्टेशन से बरामद किया। पूछताछ में सुजीत ने जो बात बताई, वह काफ़ी चौंकाने वाली है। पूछताछ में पुलिस युवक ने बताया कि मेरा कोई अपहरण नहीं हुआ था। मैं ऑनलाइन गेम में पैसे हार गया था। जिसमें लोगों से पांच लाख रूपए कर्ज लिया था। इसी कर्ज को चुकाने के लिए अपने ही अपहरण की साजिश रची तथा परिजन को भयभीत कर 2 लाख रुपए की वसूली भी की। मुफस्सिल थाना पुलिस ने 29 अक्टूबर को धारा 420/474 के तहत मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई कर रही है।
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