अपराधियों पर लगाम कसने के लिए अलग-अलग विभागों में पुलिस बल की तैनाती की जाती हैं। ताकि जनता खुद को सुरक्षित महसूस कर सके। लेकिन क्या हो जब रक्षा करने वाले ही अपने पद का फायदा उठाकर किसी की जान लेने से पिछे ना हटे। फिर जनता न्याय का गुहार किससे लगाएगी, और किसे अपराधी करार देगी। आज से करीब 45 दिन पहले नालंदा में एक लड़के को हेलमेट ना पहनना इतना भाड़ी पड़ा, कि इसकी कीमत उसे अपनी जान देकर चुकानी पड़ी। जान लेने वाला कोई अपराधी नहीं था, बल्कि गाड़ियों की चेकिंग करने वाले ASI थे। जिन्होंने हेलमेट ना पहनने की वजह से एक युवक की गोली मार दी।
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आरोपी ASI मुमताज अहमद की हुई गिरफ्तारी
नालंदा जिले के ओकरी गांव के अनंतपुर गांव के पास पुलिस के द्वारा पिछले 28 मार्च को वाहन चेकिंग अभियान चलाया जा रहा था। इस दौरान एक युवक मोटरसाइकिल से वहां से गुजर रहा था। हेलमेट ना होने की वजह से युवक वाहन चेकिंग देखकर घबरा गया और वहां से भागने लगा। उसी दौरान ओकरी थाना में पदस्थापित दारोगा मुमताज आलम ने पीछे से युवक को गोली मार दी। युवक कुछ दूर जाकर गिर पड़ा। जिसके बाद स्थानिए लोगों द्वारा युवक को एक नीजी अस्पताल ले जाया गया, जहां से उसे 30 अप्रैल को IGIMS पटना में भर्ती कराया गया।
करीब 45 दिन बाद आज युवक की मौ’त हो गई। युवक मैयमा कोरथु निवासी सुधीर कुमार बताया जा रहा है। हालांकि इस घटना के बाद 29 मार्च को आरोपी ASI मुमताज अहमद के खिलाफ ह’त्या की कोशिश का केस दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया। वहीं मृतक के परिजनों ने आरोपी के खिलाफ धाराओं में बदलाव कर 302 के तहत ह’त्या का केस दर्ज किया गया हैं।
वहीं चेकिंग करने वाली पूरी टीम को सस्पेंड कर दिया गया हैं।