पुरी : विश्व पर्यावरण दिवस 2025 के अवसर पर प्रसिद्ध रेत कलाकार सुदर्शन पट्टनायक ने ओडिशा के पुरी समुद्र तट पर एक अनोखी कलाकृति के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। उन्होंने 1,000 प्लास्टिक बोतलों का उपयोग कर 30 फीट लंबी मछली की आकृति तैयार की, जो “बीट प्लास्टिक पॉल्यूशन” थीम पर आधारित थी।
पट्टनायक की यह कलाकृति न केवल देखने लायक है, बल्कि प्लास्टिक प्रदूषण के खिलाफ एक सशक्त प्रतीक भी है। उन्होंने जानबूझकर प्लास्टिक जैसी हानिकारक वस्तुओं को माध्यम बनाकर यह दिखाया कि कैसे कचरा भी एक चेतावनी और रचनात्मक अभिव्यक्ति बन सकता है।उनकी यह पहल समुद्री जीवन और पारिस्थितिक तंत्र पर प्लास्टिक कचरे के घातक प्रभावों के प्रति जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से की गई।
विश्व पर्यावरण दिवस 2025 की मेजबानी दक्षिण कोरिया कर रहा है, और इस वर्ष का थीम है— “प्लास्टिक प्रदूषण को समाप्त करना”।
संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (UNEP) की अगुवाई में होने वाला यह दिन दुनिया भर में हरित जागरूकता का सबसे बड़ा मंच बन चुका है। पट्टनायक की कलाकृति इस वैश्विक प्रयास का हिस्सा है, जो न केवल जनता को शिक्षित करती है, बल्कि नीति निर्माताओं को भी चेताती है कि यह संकट अब अनदेखा नहीं किया जा सकता।विशेष बात यह है कि यह पहल उस समय हो रही है जब अगस्त 2025 में प्लास्टिक प्रदूषण पर एक वैश्विक संधि के लिए महत्वपूर्ण वार्ता प्रस्तावित है।