भारतीय फुटबॉल के सुपरस्टार सुनील छेत्री ने एक बार फिर राष्ट्रीय टीम के लिए खेलने का फैसला किया है, जिससे फुटबॉल फैंस में खुशी की लहर दौड़ गई है। छेत्री ने अपना अंतरराष्ट्रीय संन्यास तोड़ते हुए भारतीय फुटबॉल टीम के साथ एशियाई कप क्वालीफिकेशन राउंड में भाग लेने का निर्णय लिया है। अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (AIFF) ने गुरुवार को इस बारे में जानकारी दी।
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छेत्री, जो पिछले दशक से भारतीय फुटबॉल टीम के कप्तान रहे हैं, 40 साल की उम्र में टीम में वापसी करेंगे। एआईएफएफ ने अपने आधिकारिक ‘X’ हैंडल पर लिखा, “सुनील छेत्री वापस आ गए हैं। कप्तान, लीडर, दिग्गज खिलाड़ी मार्च में फीफा अंतरराष्ट्रीय विंडो के लिए भारतीय राष्ट्रीय टीम में वापसी करेगा।”

सुनील छेत्री ने वर्ष 2005 में अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल में पदार्पण किया था और भारतीय फुटबॉल को कई सम्मान दिलाए थे। वह भारत के सर्वकालिक शीर्ष गोल स्कोरर और सर्वाधिक मैच खेलने वाले खिलाड़ी हैं। छेत्री ने पिछले साल छह जून को कोलकाता में कुवैत के खिलाफ फीफा विश्व कप क्वॉलीफाइंग मैच के बाद अपने अंतरराष्ट्रीय करियर को अलविदा कहा था, जब उन्होंने 94 अंतरराष्ट्रीय गोल किए थे।
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छेत्री का नाम फुटबॉल की वैश्विक सर्किट में भी बड़े सम्मान के साथ लिया जाता है। फीफा ने 2022 में उनके शानदार करियर की सराहना करते हुए एक डॉक्यूमेंट्री भी जारी की थी, जिसका नाम था “कैप्टन फैंटास्टिक”। इस डॉक्यूमेंट्री में छेत्री के जीवन के तीन महत्वपूर्ण पहलुओं – किक ऑफ, मिड-गेम और एक्सट्रा टाइम को दिखाया गया था।
छेत्री की वापसी से भारतीय फुटबॉल में नई उम्मीदें जगी हैं। कोच मनोलो मारक्वेज ने उन्हें मार्च की फीफा अंतरराष्ट्रीय विंडो के लिए भारतीय टीम में शामिल किया है। भारतीय टीम अब 19 मार्च को मालदीव के खिलाफ एक दोस्ताना मैच खेलेगी, जिसके बाद 25 मार्च को बांगलादेश के खिलाफ एएफसी एशियाई कप सऊदी अरब 2027 क्वालीफायर के शुरुआती मैच के लिए तैयार होगी।