दोहा, कतर : एनसीपी-एससीपी सांसद सुप्रिया सुले ने कतर की अपनी हालिया यात्रा को सफल बताते हुए कहा कि कतर भारत के साथ आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में पूरी ताकत से खड़ा है। उन्होंने बताया कि विदेश मंत्रालय द्वारा की गई कड़ी मेहनत के परिणामस्वरूप इस यात्रा के दौरान बहुत अच्छी बैठकें हुईं, जिसमें कतर ने स्पष्ट संदेश दिया कि वह भारत की आतंकवाद विरोधी लड़ाई में मजबूती से सहयोग करेगा।
सुले ने कहा, “कतर की यात्रा बहुत अच्छी रही। जिस तरह से बातचीत आगे बढ़ रही है, वह बहुत आशादायी है। दोनों देशों के बीच विश्वास की दोस्ती बहुत पुरानी है और पिछले 3-4 दशकों से उनका रुख आज भी वैसा ही है। कतर भारत का मित्र है और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में पूरी ताकत से भारत के साथ है।”
यह बयान ऐसे समय में आया है जब भारत और कतर के बीच संबंधों में नई गहराई आई है, खासकर हाल ही में हुए 78 अरब डॉलर के एलएनजी सौदे के बाद, जो कतर एनर्जी और भारत की पेट्रोनेट के बीच हुआ है। इस सौदे से भारत को 6 अरब डॉलर की बचत होने की उम्मीद है, जो ऊर्जा सुरक्षा और आर्थिक संबंधों को मजबूत करने में मदद करेगा।
हालांकि, कतर पर 2017-2021 के दौरान आतंकवादी वित्तपोषकों को अपने यहां संचालित करने देने के आरोप लगे थे, लेकिन सुले के बयान से पता चलता है कि कतर अब भारत के साथ आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता दिखा रहा है, शायद उच्च स्तरीय राजनयिक संवाद और क्षेत्रीय स्थिरता में साझा हितों के कारण।
इस यात्रा के दौरान, भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने कतर, मिस्र, इथियोपिया और दक्षिण अफ्रीका का दौरा किया, जहां उन्होंने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और भारत की आतंकवाद विरोधी नीति के बारे में जानकारी दी। यह पहल भारत की आतंकवाद के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रस्तुत करने का एक हिस्सा है।
सुले की टिप्पणियां भारत और कतर के बीच मजबूत होते रिश्तों को रेखांकित करती हैं, जो न केवल आर्थिक बल्कि रणनीतिक और सुरक्षा के मुद्दों पर भी सहयोग बढ़ा रही हैं।