कोलकाता : पश्चिम बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता सुवेंदु अधिकारी ने कोलकाता एयरपोर्ट की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि एयरपोर्ट की सीमा बंद नहीं होने के कारण बाहरी लोग unrestricted रूप से आ-जा रहे हैं, जो सुरक्षा के लिहाज से एक बड़ी समस्या है। अधिकारी ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “कोलकाता एयरपोर्ट पर जो चल रहा है, वह सुरक्षा की दृष्टि से बहुत चिंता की बात है।
एयरपोर्ट की सीमा बंद नहीं हो रही है… वहां से बाहर के लोग आ जा रहे हैं और यहां से चीन और बांग्लादेश की भी कनेक्टिविटी है। हमने इस (कोलकाता एयरपोर्ट की) बाउंडरी को बंद करने की मांग की है।”उन्होंने आगे कहा कि केंद्र सरकार ने दो नए रनवे के निर्माण के लिए बजट जारी किया था, जिसका काम भी पूरा हो गया, लेकिन इसे शुरू नहीं किया जा रहा है।
उन्होंने जोर देकर कहा कि इतने संवेदनशील अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की बाउंडरी को तुरंत बंद किया जाना चाहिए।एयरपोर्ट का विस्तार और सुरक्षा चुनौतियांकोलकाता एयरपोर्ट का विस्तार परियोजना, जिसमें 5,000 करोड़ रुपये का निवेश शामिल है, चल रही है। इस परियोजना के तहत एक नया टर्मिनल बनाया जा रहा है, जो सालाना 1.1 करोड़ यात्रियों को समायोजित करेगा। हालांकि, सुरक्षा और परिचालन दक्षता के मुद्दे लगातार उठते रहे हैं।
हाल ही में, रेडिट पर एक चर्चा में उपयोगकर्ताओं ने एयरपोर्ट स्टाफ की अहंकारी व्यवहार और ढीली सुरक्षा व्यवस्था की शिकायत की थी, जो अधिकारी की चिंताओं को और बल देती है।राजनीतिक और प्रशासनिक चुनौतियांसुवेंदु अधिकारी ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार की गैर- सहयोगी रवैया के कारण एयरपोर्ट के विकास में बाधाएं आ रही हैं।
उन्होंने कहा कि कई बार पूर्व नागर विमानन मंत्रियों ने ममता बनर्जी को पत्र लिखकर कोलकाता के पास दूसरे एयरपोर्ट के लिए भूमि आवंटन की मांग की, लेकिन कोई सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं मिली। इसके अलावा, बेहाला एयरपोर्ट के विकास के लिए भी राज्य सरकार ने सहयोग नहीं दिया, जिससे परियोजना में देरी हुई।
एयरपोर्ट की सुरक्षा और विकास को लेकर उठे सवालों के बीच, सुवेंदु अधिकारी की मांगें राज्य और केंद्र सरकार के बीच एक नई बहस को जन्म दे सकती हैं। एयरपोर्ट की रणनीतिक स्थिति को देखते हुए, इन मुद्दों का शीघ्र समाधान आवश्यक है।