बिहार में शिक्षा विभाग की हालिया ट्रांसफर पॉलिसी से नाराज होकर बड़ी संख्या में शिक्षक मंगलवार को पटना स्थित विकास भवन शिक्षा विभाग कार्यालय के बाहर जमा हो गए और विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। प्रदर्शनकारी शिक्षक कार्यालय के अंदर घुसने की कोशिश कर रहे थे, जिसे रोकने के लिए पुलिस को मौके पर बुलाया गया और उन्हें वहां से हटाया गया। प्रदर्शनकारी शिक्षक यह चेतावनी दे रहे हैं कि यदि उनकी मांगों पर जल्द विचार नहीं किया गया, तो वे अगले चरण में बड़े आंदोलन की तैयारी करेंगे।

शिक्षकों का आरोप है कि उन्होंने तय प्रक्रिया के तहत ट्रांसफर के लिए आवेदन दिया था, लेकिन विभाग ने मनमाने ढंग से ट्रांसफर कर दिया। कई शिक्षकों का कहना है कि उन्होंने जिला और प्रखंड का विकल्प भरकर अपने नजदीकी स्थानों की मांग की थी, लेकिन इसके बावजूद उन्हें 150 से 200 किलोमीटर दूर के इलाकों में भेज दिया गया। प्रदर्शन में शामिल एक महिला शिक्षिका ने बताया, “मैं पहले 50 किलोमीटर के दायरे में थी, अब मुझे डेढ़ सौ किलोमीटर दूर भेज दिया गया है। हमारे छोटे-छोटे बच्चे हैं, उन्हें लेकर रोज इतनी दूरी तय करना संभव नहीं है। हम सिर्फ विभाग से न्याय मांगने आए हैं।”
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कई महिला शिक्षिकाएं अपने बच्चों को साथ लेकर प्रदर्शन में पहुंचीं और विभाग से ट्रांसफर नीति में संशोधन की मांग की। शिक्षकों का कहना है कि न सिर्फ उनकी पारिवारिक स्थिति को नजरअंदाज किया गया है, बल्कि आवेदन में दिए गए विकल्पों की भी अनदेखी की गई है। वहीं, शिक्षा विभाग के अधिकारियों की ओर से फिलहाल कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है। मौके पर तैनात पुलिस अधिकारियों ने बताया कि प्रदर्शनकारियों को शांतिपूर्ण ढंग से समझाकर हटाया गया है और किसी भी तरह की कानून व्यवस्था बाधित नहीं होने दी जाएगी।