Bihar Politics: बिहार विधानसभा के मानसून सत्र के चौथे दिन सदन में भारी हंगामा देखने को मिला। यह 15वीं विधानसभा का अंतिम सत्र है और समाप्ति से ठीक एक दिन पहले सदन में हालात पूरी तरह से बेकाबू हो गए। सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी नोकझोंक, अपशब्दों के इस्तेमाल और मारपीट जैसी स्थिति बन गई। स्थिति इतनी बिगड़ गई कि सदन में माइक तोड़ने तक की नौबत आ गई।
सत्र समाप्त होने के बाद विधानसभा परिसर के पोर्टिको में एक और विवादास्पद घटना घटित हुई। उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और राजद नेता तेजप्रताप यादव सदन से बाहर निकले ही थे कि तेजप्रताप की गाड़ी ने कथित रूप से डिप्टी सीएम की गाड़ी को टक्कर मार दी। हालांकि अब तक इस पर कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है, लेकिन यह घटना राजनीतिक तनाव को और बढ़ा सकती है।
Bihar Politics: तेजस्वी यादव ने NDA सरकार को “नकलची और विजनलेस” बताया
इस पूरे घटनाक्रम का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें तेजप्रताप यादव की गाड़ी को डिप्टी सीएम की गाड़ी से टकराते हुए देखा जा सकता है। गाड़ी से टक्कर के दौरान तेज प्रताप यादव भी अंदर मौजूद थे।

इससे पहले तेजप्रताप यादव ने मीडिया से बातचीत में तीखे बयान दिए। उन्होंने कहा, “अगर हम सदन के भीतर होते तो इनकी गुंडागर्दी का जवाब देते। हमारे पिता को गाली देना शर्मनाक है। सत्ता पक्ष की हरकतें अस्वीकार्य हैं।” तेजप्रताप ने सदन में जनहित के मुद्दों पर चर्चा की मांग की और कहा कि निजी हमलों और अमर्यादित भाषा से लोकतांत्रिक परंपराएं धूमिल हो रही हैं।
Bihar election boycott: तेजस्वी के बयान पर कांग्रेस का रुख – सभी विकल्प खुले, महागठबंधन लेगा फैसला
तेजप्रताप ने आरोप लगाया कि सत्तापक्ष ने सदन में राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के खिलाफ आपत्तिजनक भाषा का प्रयोग किया, जिससे विपक्ष का आक्रोश भड़क उठा। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी और आरएसएस पर निशाना साधते हुए कहा, “ये नाथूराम गोडसे को मानने वाले लोग हैं। इन्हें जनहित से कोई मतलब नहीं है, सिर्फ गाली-गलौज और बदतमीज़ी में लगे हैं।”