Bihar Assembly Session: बिहार विधानसभा का मॉनसून सत्र सोमवार, 21 जुलाई से शुरू हो रहा है, लेकिन इस बार सदन के अंदर सबकी नजरें तेज प्रताप यादव और तेजस्वी यादव पर होंगी। सवाल यह है कि क्या आरजेडी से निष्कासित तेज प्रताप यादव आज भी नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के बगल में बैठेंगे? दरअसल, राजद ने तेज प्रताप को पार्टी से निकालने का फैसला तो कर लिया है, लेकिन अभी तक इसकी औपचारिक सूचना विधानसभा अध्यक्ष को नहीं दी गई है। इस वजह से सीटिंग अरेंजमेंट में कोई बदलाव नहीं हुआ है और तेज प्रताप अपनी पुरानी सीट पर ही बैठ सकते हैं।
क्या साथ बैठेंगे तेज प्रताप और तेजस्वी?
तेज प्रताप यादव और तेजस्वी यादव लंबे समय से विधानसभा में साथ-साथ बैठते रहे हैं। हालांकि, अनुष्का यादव के साथ विवादित फोटो और पोस्ट के बाद से दोनों भाइयों के बीच दूरी बन गई थी। अब सवाल यह है कि क्या विधानसभा सत्र के दौरान दोनों एक साथ दिखेंगे?
इस बीच, तेज प्रताप यादव के नई पार्टी बनाने की चर्चाएं तेज हो गई हैं। उन्होंने हाल ही में “टीम तेज प्रताप यादव” नाम से फेसबुक और ट्विटर पर नया पेज बनाया है और अपने समर्थकों से इसे फॉलो करने की अपील की है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि वह जल्द ही अपनी अलग पार्टी बना सकते हैं, जिससे बिहार की राजनीति में नया उथल-पुथल शुरू हो सकता है।
लालू यादव का बड़ा फैसला
गौरतलब है कि मई महीने में अनुष्का यादव के साथ तेज प्रताप की तस्वीर और पोस्ट वायरल होने के बाद आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने उन्हें पार्टी और परिवार से दूर करने का फैसला किया था। लालू यादव ने तेज प्रताप के आचरण को “गैर-जिम्मेदाराना” बताया था। इस फैसले को तेजस्वी यादव समेत परिवार के अन्य सदस्यों का भी समर्थन मिला था।
बिहार विधानसभा सत्र में क्या होगा खास?
इस बार के मॉनसून सत्र में सरकार के खिलाफ विपक्षी दलों द्वारा जोरदार हंगामा किए जाने की संभावना है। नीतीश कुमार सरकार के कई फैसलों पर सवाल उठाए जा सकते हैं। वहीं, तेज प्रताप यादव का रुख भी देखने लायक होगा। अगर वह सदन में मौजूद रहते हैं, तो क्या वह सरकार के खिलाफ आवाज उठाएंगे या फिर मौन रहेंगे?