बिहार की राजनीति में लालू यादव परिवार के अंदरूनी विवाद ने एक नया मोड़ ले लिया है। RJD से बाहर किए गए तेज प्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) ने मुजफ्फरपुर के बोचहां में एक जनसंवाद कार्यक्रम में ऐसा बयान दिया है जिसने राज्य की सियासत को हिलाकर रख दिया है। उन्होंने सीधे तौर पर आरोप लगाया कि “मुझे पार्टी और परिवार से इसलिए निकाला गया क्योंकि वे डर गए थे कि दूसरा लालू प्रसाद यादव पैदा हो गया है।
गौरतलब है कि कुछ महीने पहले ही तेज प्रताप को उनके पिता और RJD सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने पार्टी व परिवार से 6 साल के लिए बाहर कर दिया था। अब चुनावी साल में तेज प्रताप ने इस फैसले पर जोरदार प्रहार करते हुए कहा कि मुझे सालों तक बंधक बनाकर रखा गया, जनता के बीच जाने से रोका गया। जब उन्हें लगा कि मैं पिताजी की तरह जनता के बीच लोकप्रिय हो रहा हूं, तो मुझे बाहर का रास्ता दिखा दिया।
अपने भाषण में तेज प्रताप ने खुद को लालू यादव का असली राजनीतिक वारिस साबित करने की कोशिश की। उन्होंने कहा, जिस बीएन कॉलेज में पिताजी ने छात्र राजनीति शुरू की थी, ठीक 28 साल बाद मैंने भी उसी कॉलेज में दाखिला लिया। मेरे राजनीतिक गुरु केवल लालू प्रसाद यादव हैं।
RJD नेताओं पर सीधा हमला
तेज प्रताप ने पार्टी के भीतर मौजूद अपने विरोधियों को निशाने पर लेते हुए कहा कि कुछ लोग अपना-अपना पापड़ बेल रहे हैं। नए प्रदेश अध्यक्ष मंगनी लाल मंडल भूल गए हैं कि उनके ऊपर कौन है?। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पार्टी में कई लोग उन नेताओं के फोटो तक नहीं लगाते जिन्होंने संघर्ष कर पार्टी बनाई।
महुआ सीट से चुनाव लड़ने की तैयारी
इस साल होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले तेज प्रताप ने महुआ सीट से चुनाव लड़ने की घोषणा की है। राजनीतिक विशेषज्ञ मान रहे हैं कि यह चुनाव उनके लिए साबित करने का मौका होगा कि वह अपने दम पर भी जनाधार जुटा सकते हैं।