पटना की सियासत गुरुवार को एक नए विवाद के साथ गर्माती दिखी, जब जनशक्ति जनता दल के नेता और पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव ने पूर्व IPS अधिकारी अमिताभ कुमार दास के खिलाफ सचिवालय थाने में औपचारिक शिकायत दर्ज कराई। तेज प्रताप यादव ने इसे “व्यक्तिगत प्रतिष्ठा पर हमला” बताते हुए कहा कि यह सिर्फ एक व्यक्ति की मानहानि का मामला नहीं, बल्कि जिम्मेदार पदों पर बैठे लोगों की मर्यादा का प्रश्न भी है। सोशल मीडिया पर डाले गए अपने पोस्ट में उन्होंने साफ लिखा कि पूर्व IPS दास द्वारा डिजिटल प्लेटफॉर्म पर प्रसारित की गई बातें न केवल आधारहीन और मनगढ़ंत हैं, बल्कि उनकी छवि को जानबूझकर नुकसान पहुंचाने की साजिश हैं।
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तेज प्रताप ने आरोप लगाया कि अमिताभ दास ने निजी जीवन, परिवार और पारिवारिक निर्णयों जैसे संवेदनशील विषयों पर अनर्गल टिप्पणी कर सार्वजनिक मंच का दुरुपयोग किया है। उनके अनुसार ऐसे बयान किसी भी व्यक्ति की भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाले और पूरी तरह अस्वीकार्य हैं। पूर्व मंत्री ने यह भी जोड़ा कि एक ऐसा व्यक्ति जिसने वर्षों तक सरकारी सेवा में उच्च पद संभाला हो, उससे इस तरह की अमर्यादित टिप्पणी की उम्मीद नहीं की जा सकती। इससे उन सभी संस्थाओं की गरिमा प्रभावित होती है, जिनसे वह जुड़ा रहा है।
तेज प्रताप ने अपने पोस्ट में यह भी याद दिलाया कि अमिताभ दास कई पुराने विवादों में भी चर्चा में रहे हैं। उन्होंने विशेष रूप से शबनम कांड का उल्लेख करते हुए कहा कि दास की कार्यशैली पर अक्सर सवाल उठे हैं और उनकी सार्वजनिक टिप्पणियां कई बार विवाद खड़े करती रही हैं। इस वजह से उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई आवश्यक हो जाती है। तेज प्रताप ने कहा कि “उदंड प्रवृत्ति” वाले व्यक्तियों को कानून का सामना कराना जरूरी है ताकि कोई भी व्यक्ति डिजिटल मीडिया का दुरुपयोग कर किसी की प्रतिष्ठा को ठेस न पहुंचा सके।






















