बिहार की राजनीति में हमेशा सुर्खियों में रहने वाले लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे और जनशक्ति जनता दल (JJD) के संस्थापक तेज प्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) को अब केंद्र सरकार ने Y-Plus कैटेगरी की सुरक्षा (Y-Plus Security) प्रदान की है। यह सुरक्षा केंद्रीय गृह मंत्रालय के आदेश पर दी गई है, जिसके तहत CRPF के 11 सुरक्षाकर्मी चौबीसों घंटे उनकी निगरानी करेंगे। तेज प्रताप यादव को यह सुरक्षा ऐसे समय दी गई है जब हाल के दिनों में उनके खिलाफ सुरक्षा खतरे की आशंका जताई गई थी।
सूत्रों के अनुसार, केंद्रीय गृह मंत्रालय को सुरक्षा एजेंसियों की एक रिपोर्ट मिली थी जिसमें तेज प्रताप यादव की सुरक्षा पर संभावित खतरे का जिक्र था। रिपोर्ट में कहा गया था कि चुनावी माहौल में विरोधी तत्वों की गतिविधियां बढ़ी हैं, जिससे खतरे की संभावना बनी हुई है। इसी के बाद मंत्रालय ने त्वरित कार्रवाई करते हुए उनकी सुरक्षा को अपग्रेड करने का फैसला लिया।
तेज प्रताप यादव ने कुछ दिन पहले ही निर्वाचन आयोग पहुंचकर बिहार की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए थे। उन्होंने कहा था कि— “बिहार में हालात ऐसे हैं कि कब, कहां से हमला हो जाए, कुछ कहा नहीं जा सकता।” इस बयान के तुरंत बाद उन्होंने केंद्र सरकार से सुरक्षा बढ़ाने की मांग की थी, जिसे अब स्वीकार कर लिया गया है।
हाल ही में वैशाली जिले में तेज प्रताप यादव के काफिले पर पथराव की घटना हुई थी। हालांकि उन्हें कोई चोट नहीं आई, लेकिन इस घटना ने सुरक्षा एजेंसियों की चिंता बढ़ा दी थी। इसके बाद से ही उन्हें लेकर सुरक्षा रिपोर्ट तैयार की जा रही थी।
तेज प्रताप यादव इन दिनों अपने नए राजनीतिक दल जनशक्ति जनता दल (JJD) को लेकर काफी सक्रिय हैं। हाल में वे निर्वाचन आयोग पहुंचे, जहां उन्होंने अपने प्रत्याशी श्याम किशोर चौधरी पर सिंबल के दुरुपयोग का आरोप लगाया। उन्होंने आयोग से शिकायत करते हुए कहा कि चौधरी ने बिना अनुमति महागठबंधन और वीआईपी पार्टी प्रमुख मुकेश सहनी से समर्थन ले लिया है। उन्होंने आयोग से उस प्रत्याशी का नामांकन रद्द करने की मांग की।
इस बीच तेज प्रताप यादव और भाजपा सांसद रवि किशन की मुलाकात ने भी राजनीतिक हलचल बढ़ा दी थी। हालांकि उन्होंने कहा था कि यह मुलाकात “राजनीति से परे सामाजिक मुद्दों” पर हुई, परंतु विपक्षी दलों ने इसे राजनीतिक संदेश के तौर पर देखा। तेज प्रताप यादव अब इस कैटेगरी में शामिल हो गए हैं, जहां पहले से कई केंद्रीय मंत्री, सांसद और वरिष्ठ नेताओं को यह सुरक्षा प्राप्त है।
क्या होती है Y-Plus सुरक्षा कैटेगरी?
Y-Plus कैटेगरी की सुरक्षा उन नेताओं को दी जाती है जिन्हें मध्यम से उच्च स्तर का खतरा होता है। इसमें कुल 11 सुरक्षाकर्मी तैनात किए जाते हैं — जिनमें 6 पर्सनल सिक्योरिटी ऑफिसर (PSO) तीन शिफ्टों में VIP की सुरक्षा संभालते हैं, जबकि 5 सुरक्षाकर्मी उनके आवास पर तैनात रहते हैं। यह सुरक्षा व्यवस्था केंद्रीय गृह मंत्रालय की VIP प्रोटेक्शन लिस्ट के तहत दी जाती है।






















