2025 के विधानसभा चुनावों से पहले बिहार की राजनीति में गर्मी तेज हो गई है। इस बार बहस का केंद्र बने हैं केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव। तेजस्वी ने चिराग पर तंज कसते हुए कहा है कि अगर उनकी मुख्यमंत्री बनने की इच्छा है तो वे खुलकर सामने आएं, न कि “बिहार बुला रहा है” जैसे नाटकीय जुमलों का सहारा लें।
तेजस्वी का तीखा बयान – ‘भगा दिया था क्या बिहार से?’
एक पॉडकास्ट इंटरव्यू में तेजस्वी ने कहा कि “अगर किसी की भी मुख्यमंत्री बनने की इच्छा है – चाहे वो चिराग पासवान हों – तो खुलेआम बोलें। ड्रामा करने की क्या जरूरत है कि अब बिहार बुला रहा है? भगा दिया था क्या किसी ने बिहार से?”
लोजपा-रामविलास के कई नेता, खासकर पार्टी सांसद अरुण भारती, लंबे समय से चिराग के विधानसभा चुनाव लड़ने की पैरवी कर रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक, शेखपुरा या शाहाबाद की सीटों से उन्हें चुनाव लड़ने का प्रस्ताव मिला है।
चिराग पासवान भी हाल ही में संकेत दे चुके हैं कि यदि पार्टी और गठबंधन तय करें तो वे विधानसभा चुनाव लड़ सकते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि केंद्र से ज्यादा दिलचस्पी अब बिहार की राजनीति में है।
एनडीए की मौजूदा संरचना में चिराग पासवान का सीएम चेहरा बनना आसान नहीं, लेकिन बिहार की युवा राजनीति में उनके बढ़ते कद और आत्मविश्वास को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। वहीं, तेजस्वी यादव इस संभावित चुनौती को पहले ही काउंटर करने की रणनीति पर काम करते दिख रहे हैं।