केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के दो दिवसीय बिहार दौरे के दौरान लगाए गए आरोपों का जवाब देते हुए बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सोमवार को पटना में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की। अमित शाह ने लालू-राबड़ी शासनकाल को “जंगलराज” बताते हुए भ्रष्टाचार और परिवारवाद के आरोप लगाए थे। तेजस्वी यादव ने इन आरोपों को सिरे से नकारते हुए बीजेपी और अमित शाह पर निशाना साधा।
तेजस्वी यादव ने कहा, “बिहार में चुनाव कब होगा, यह तो बीजेपी के हाथ में है, लेकिन बिहार की जनता और हम लोग उनसे ज्यादा तैयारी में हैं। जो 20 साल से सत्ता में थे, जनता उन्हें सबक सिखाएगी।” उन्होंने आंकड़े गिनाते हुए कहा कि बिहार में बीजेपी के पास कोई ठोस आंकड़े नहीं हैं और उनका केवल एक ही एजेंडा है – लालू यादव को कोसना। बीजेपी के हमलों का जवाब देते हुए तेजस्वी ने कहा, “अमित शाह जी देश के गृह मंत्री हैं और प्रधानमंत्री के बाद दूसरे सबसे बड़े नेता हैं, लेकिन दुख की बात है कि उनके पास सही आंकड़े नहीं थे। वह सिर्फ लालू यादव को कोसने में लगे थे। बिहार में आकर जब वह ‘जंगलराज’ की बात करते हैं, तो उनके पास आंकड़े सही होने चाहिए थे, क्योंकि एनसीआरबी भी उन्हीं के पास है।”
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तेजस्वी यादव ने बिहार में हुए विभिन्न अपराधों का जिक्र करते हुए कहा, “पटना हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट ने भी लालू-राबड़ी शासनकाल पर अपनी टिप्पणी की थी। कोर्ट ने इसे ‘जंगलराज’ नहीं, बल्कि नगर निगम के कामकाज से जोड़ा था। उस वक्त नगर निगम बीजेपी के पास था।” उन्होंने बिहार में बालिका गृह कांड और अन्य अपराधों की जांच में हुई लापरवाही का भी उल्लेख किया। तेजस्वी यादव ने आगे कहा, “हमने 65% आरक्षण बढ़ाया था, अब उसको नौवीं अनुसूची में क्यों नहीं डाला जा रहा। यूपीए सरकार में 1 लाख 94 हजार करोड़ रुपये बिहार को दिए गए थे। कोसी में बाढ़ के दौरान 1000 करोड़ रुपये दिए गए थे। हिसाब-किताब पर बात करनी है तो तेजस्वी यादव ही काफी है, लालू यादव को छोड़िए।”
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अमित शाह के बिहार में बाढ़ नियंत्रण को लेकर बयान पर तेजस्वी ने कहा, “यह 20 साल से कहां थे? 11 साल गुजरात में क्या हुआ और बिहार को क्या मिला? क्या उन्होंने पलायन को रोकने के लिए कोई ठोस कदम उठाए? क्या युवाओं के रोजगार के लिए कुछ किया?” नीति आयोग की रिपोर्ट का हवाला देते हुए तेजस्वी ने कहा, “किसानों की प्रति व्यक्ति आय में बिहार फिसड्डी है। इन 20 वर्षों में बिहार को बीजेपी ने क्या दिया? हम लोगों ने रीगा चीनी मिल को चालू किया, आईटी पॉलिसी बनाई, युवाओं को नौकरी दी, नियोजित शिक्षकों को सरकारी शिक्षक का दर्जा दिया। लेकिन आप लोगों ने क्या किया?”
तेजस्वी ने परिवारवाद के आरोप पर कहा, “अमित शाह ने भाई-भौजाई को एमएलए-एमएलसी बना दिया, लेकिन जीतन राम मांझी और चिराग पासवान के बारे में कुछ नहीं कहा।” उन्होंने वक्फ बिल का भी विरोध किया और इसे असंवैधानिक बताया। “यह बिल केवल एक समुदाय को ही नहीं, बल्कि भविष्य में अन्य समुदायों को भी प्रभावित करेगा।” इस दौरान, तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के स्वास्थ्य को लेकर चिंता व्यक्त करते हुए कहा, “हमने उनके साथ काम किया है और उन्हें देखकर चिंता होती है।” केंद्रीय मंत्री ललन सिंह के बयान पर तेजस्वी ने कहा, “ललन सिंह तो बीजेपी में हैं, अमित शाह जी जो कहेंगे वही करेंगे।”